कम जगह में बने पीएम आवास को देख चौंके प्रभारी बीडीओ
लाखों रुपये खर्च होने के बाद भी ग्राम पंचायत की नहीं बदली तस्वीर
संतकबीर नगर: डीसी मनरेगा व नाथनगर के प्रभारी बीडीओ उमाकांत त्रिपाठी मंगलवार को नाथनगर ब्लाक के ग्राम पंचायत तिघरा में पहुंचे। काफी कम जगह में बने प्रधानमंत्री आवास को देखकर वह अवाक हो गए। विभिन्न योजनाओं के तहत विकास कार्यों पर लाखों रुपये खर्च होने के बाद भी गांव की स्थिति में सुधार नहीं दिखा। संतोषजनक जवाब न देने पर तकनीकी सहायक को फटकार लगाए।
प्रभारी बीडीओ ने जांच के दौरान पाया कि इस ग्राम पंचायत में विभिन्न योजनाओं से 52 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। इससे कौन-कौन से विकास कार्य कराए गए, इसकी जानकारी ब्लाक के अधिकारी व कर्मचारी नहीं दे पाए। कार्य स्थलों पर साइन बोर्ड नहीं लगा था। कारण पूछने पर प्रधान व कर्मी एक-दूसरे का मुंह निहारते रहे। इस पर वह नाराज हुए। उन्होंने कहा कि बहानेबाजी नहीं चलेगी। हर हाल में साइन बोर्ड लगवा दें। इसके लिए मद से पैसा दिया गया है, वरना कार्रवाई होगी। जांच में पता चला कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत वित्तीय सत्र 2020-21 में 31 लाभार्थी हैं। इनके आवास पूर्ण हैं। इसी तरह 2021-22 में नौ लाभार्थी है लेकिन इनके आवास अपूर्ण है। जो आवास बने हैं, उसमें लाभार्थी का नाम लिखा नहीं है। इस पर उन्होंने नाम लिखवाने के लिए कहा। इसके बाद वह पीएम आवास की लाभार्थी कलवंता पत्नी संतराम के यहां पहुंचे। सीढ़ी बनाने के लिए जितना स्थान चाहिए, उतने में इनका प्रधानमंत्री आवास बना हुआ देख कर अवाक हो गए। इस पर उन्होंने ब्लाक के कर्मियों की जमकर क्लास ली। सरकारी धन के दुरुपयोग पर नाराज हुए। मांगों को लेकर संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने दिया धरना
संतकबीर नगर : मंगलवार को सीएमओ कार्यालय परिसर में संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने मांगों को लेकर धरना दिया। कर्मियों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांग को नहीं मान लेती तबतक धरना जारी रहेगा।
धरना सभा को संबोधित करते हुए संविदा कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अभय त्रिपाठी ने कहा कि
कोरोना काल में स्वास्थ्यकर्मियों ने जान की बाजी लगाकर मरीजों की सेवा की, लेकिन सरकार अब मनमानी तरीके से कर्मचारियों को निकाल रही है। टीकाकरण से लेकर सरकार की हर योजना को मूर्त रूप देने में स्वास्थ्यकर्मियों ने शत प्रतिशत दिया है, लेकिन अब हमारे साथ अन्याय हो रहा है। उन्होंने कहा कि संगठन की मांग है कि हमें समान कार्य का समान वेतन मिले, स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिले, जितने कर्मचारी हैं उन्हें नियमित किया जाए और काम करने का समय और स्थान तय हो। यदि हमारी मांगों को नहीं माना गया तो हम आंदोलन जारी रखेंगे। इस दौरान मुख्य रूप से संगठन के जिला संयोजक दीनदयाल वर्मा, महेंद्र त्रिपाठी, आनंद मौर्या, राजेश पांडेय, दीपक अवस्थी, राकेश यादव, हरिओम सिंह, एएनएम सीमा शर्मा, डा. नम्रता, प्रियंका गुप्ता, स्मृति सिंह, डा. सलीम, डा. राजेश तिवारी समेत अनेक कर्मी मौजूद रहे।