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बजबजाती नालियां, बांस पर टिके तार

खलीलाबाद नगर पालिका परिषद के कैलाश नगर वार्ड नं 24 में गंदगी की भरमार है। सिचाई विभाग द्वारा नाला बनवाने के बाद इसे नहीं ढकवाया गया। गहरे नाले में अक्सर ही जानवरों के गिरकर चोटिल होने और उनके मरने के मामले सामने आ रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Nov 2019 10:47 PM (IST)Updated: Sun, 10 Nov 2019 10:47 PM (IST)
बजबजाती नालियां, बांस पर टिके तार
बजबजाती नालियां, बांस पर टिके तार

संतकबीरनगर: खलीलाबाद नगर पालिका परिषद के कैलाश नगर, वार्ड नं 24 में गंदगी की भरमार है। सिचाई विभाग द्वारा नाला बनवाने के बाद इसे नहीं ढकवाया गया। गहरे नाले में अक्सर ही जानवरों के गिरकर चोटिल होने और उनके मरने के मामले सामने आ रहे हैं।

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गहरे नाले में गिरकर अब तक पांच लोगों के साथ ही सात-आठ गाय, भैंस व बकरियों की मौत हो चुकी है। मुहल्ले में रास्ते की भी समस्या है। ईंट का खड़ंजा मार्ग टूट चुका है। बिजली के खंभे नहीं लगे होने से बांस की बल्ली के सहारे विद्युत आपूर्ति हो रही है।

प्रिस पांडेय का कहना है कि सुबह स्कूल जाने में समस्या होती है, रास्ते की उपलब्धता न होने से कई बार गिरकर चोटिल भी हो चुके है

हरिश्चंद्र लाल ने कहा कि पिछले कई सालों से यहां गंदे नाले की समस्या है, बरसात के मौसम में एक बार सफाई होती है उसके बाद पूरे साल इसकी खबर नहीं ली जाती है। बदबू से सांस लेना भी कठिन होता है।

वेदांती पांडेय ने कहा कि बिजली के लटकते तारों की समस्या पिछले 10 सालों से है।इससे अक्सर ही फाल्ट की समस्या सामने आती है। गृहिणी मंजू देवी ने बताया कि बजबजाती नालियां और रास्ते की समस्या को जिलाधिकारी को पत्र भेजा गया था। जल्द समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा।

छात्रा संध्या श्रीवास्तवा ने कहा कि रास्तों पर अंधेरा होने तथा झाड़ियों में विषैले जानवरों के भय से परेशान होना पड़ता है। कई बार जंगली सुअर, गोह, सांप आदि भी यहां दिख जाते हैं।

गृहिणी ज्योति ने बताया कि आये दिन जानवर नाले में गिरकर मर जाते हैं। जिनसे दुर्गंध उठती है। कोई अधिकारी या जनप्रतिनिधि ध्यान नही देते। सरिता ने बताया कि सुबह-शाम टहलने के लिए टूटे हुए रास्ते पर चलना कठिन होता है। कई बार गिरकर लोग घायल भी हो जाते हैं।


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