बाललीला व गोवर्धन पूजा प्रसंग सुन हुए मुग्ध
शहर के श्रीलक्ष्मीनारायण मंदिर में चल रही भागवत कथा में शुक्रवार को गोवर्धन प्रसंग हुआ। भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का प्रसंग सुन श्रोता मुग्ध रहे। वृंदावन के कथा व्यास अजय शास्त्री ने प्रसंग मनोहारी वर्णन किया। प्रभु के नामकरण और पूतना वध के साथ माखनचोरी की लीलाओं का वर्णन सुनकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए।
संतकबीर नगर : शहर के श्रीलक्ष्मीनारायण मंदिर में चल रही भागवत कथा में शुक्रवार को गोवर्धन प्रसंग हुआ। भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का प्रसंग सुन श्रोता मुग्ध रहे।
वृंदावन के कथा व्यास अजय शास्त्री ने प्रसंग मनोहारी वर्णन किया। प्रभु के नामकरण और पूतना वध के साथ माखनचोरी की लीलाओं का वर्णन सुनकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए। कथा व्यास ने कहा भगवान ने अपनी लीलाओं से जहां कंस द्वारा भेजे विभिन्न राक्षसों का संहार किया वहीं ब्रज के लोगों को आनंद प्रदान किया। माखनचोरी से निर्मल मन रखने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि इंद्र को जब अपनी सत्ता और शक्ति पर घमंड हो गया तो उनका गुमान दूर करने के लिए भगवान ने ब्रज मंडल में गोवर्धन की पूजा शुरू करा दी। इंद्र ने ब्रजमंडल पर भारी बारिश कराई। प्रलय से लोगों को बचाने के लिए भगवान ने कनिष्ठा उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठाया। आयोजक दीपक रूंगटा ने पूजन कराया।
इस मौके पर सुरेश रूंगटा, पवन रूंगटा, श्याम, मनीषा रूंगटा, सुनीता रूंगटा, ऊषा, सुधा, सीमा, राधिका सहित अनेक श्रोता मौजूद रहे।