हमारे पास नकदी नहीं, खाते से करेंगे भुगतान
आपके घर की छत के मरम्मत के लिए एक ट्राली मोरंग बालू और गिट्टी के साथ ही 36 बोरी सीमेंट भेजी गई इसका भुगतान कर दीजिए।
संत कबीरनगर : आपके घर की छत के मरम्मत के लिए एक ट्राली मोरंग बालू और गिट्टी के साथ ही 36 बोरी सीमेंट भेजी गई, इसका भुगतान कर दीजिए। फोन बिल्डिग मैटेरियल सप्लायर का रहा। जवाब आता है कि अभी चेक बुक नहीं ले सके हैं पर बैंक से ही खाते में ट्रांसफर कर देंगे, अपना खाता नंबर वाट्सएप पर पोस्ट करिए। एक दो घंटे बाद धन ट्रांसफर करने के बाद बाउचर की फोटो लेकर मैसेज किया जा रहा है।
बात यह नहीं है कि लोग बैंक तक नहीं जाना चाहते। बात कोरोना से बचाव की है। कौन कहां से कब आया और किसके संपर्क में रहा यह बात साफ नहीं हो पाती है। इससे लोग भीड़ भरे किसी स्थान पर जाने से परहेज करते दिख रहे हैं। घर बनवाया या जरूरत का सामान अपने संबंधों पर दुकानदार से सामान लिया तो भुगतान करना भी आवश्यक है। इसके लिए लोग ऑनलाइन भुगतान को अब प्राथमिकता दे रहे हैं। मेंहदावल कस्बा निवासी अभयनंदन त्रिपाठी ने कहा कि उनके मकान निर्माण में सामग्री की आपूíत के लिए एक व्यक्ति ने सरिया, बालू, सीमेंट, गिट्टी आदि मांगने पर भेजा। उन्होंने नकद के बजाय खाते से धन ट्रांसफर कर दिया। यह किसी एक व्यक्ति का कार्य नहीं बल्कि कोरोना के दौर में अधिकांश लोग डिजिटल भुगतान को ही प्राथमिकता देने लगे हैं। इसकी गवाही बैंक कर्मी भी दे रहे हैं।