हत्या की योजना बना रहे तीन बदमाश गिरफ्तार
एक सूदखोर व्यक्ति की हत्या की योजना बनाने वाले तीन बदमाशों को प्रभारी स्वाट टीम अल्फा इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार ¨सह व प्रभारी चौकी औद्योगिक क्षेत्र एसआइ खुश मोहम्मद के नेतृत्व में गठित संयुक्त टीम ने बीते शनिवार को भैसहिया मोड़ के पास दबोच लिया।
संतकबीर नगर: एक सूदखोर व्यक्ति की हत्या की योजना बनाने वाले तीन बदमाशों को प्रभारी स्वाट टीम अल्फा इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार ¨सह व प्रभारी चौकी औद्योगिक क्षेत्र एसआइ खुश मोहम्मद के नेतृत्व में गठित संयुक्त टीम ने बीते शनिवार को भैसहिया मोड़ के पास दबोच लिया। इनके पास से 315 बोर का दो तमंचा, 315 बोर का खोखा व ¨जदा कारतूस एक-एक, एक चाकू के अलावा एक मोटरसाइकिल बरामद हुआ है। एसपी आकाश तोमर ने रविवार को पत्रकारों से कहाकि संयुक्त टीम को 25 हजार रुपये इनाम मिलेगा, इसके अलावा डीआइजी व एडीजी भी इन्हें इनाम देंगे।
एसपी ने कहाकि इस टीम ने इस जनपद के महुली थानाक्षेत्र के ग्राम कोल्हुआ निवासी सच्चिदानंद उर्फ भल्लर पुत्र गजराज, इसी थानाक्षेत्र के ग्राम चंदापार निवासी अजय कुमार मिश्र उर्फ मुन्नू पुत्र स्वर्गीय हरिवंश तथा बस्ती जनपद के मुंडेरवा थानाक्षेत्र के ग्राम छपिया निवासी संतोष कुमार पाण्डेय पुत्र अनिरुद्ध को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया। संयोग अच्छा रहा कि मुठभेड़ के दौरान किसी पुलिस कर्मी को गोली नहीं लगी और कोई घायल नहीं हुआ। इसमें सच्चिदानंद उर्फ भुल्लर के ऊपर गोरखपुर के सहजनवां थाने में 01, संतकबीरनगर जनपद के महुली थाने में 11 व कोतवाली खलीलाबाद थाने में 02 यानी कुल 14 मुकदमें दर्ज हैं। पूछताछ के दौरान तीन में से एक अजय कुमार मिश्र ने बताया कि वह भूमि खरीदने व बेचने का धंधा करते हैं। उन्होंने डेढ़ साल पहले धनघटा थानाक्षेत्र के ग्राम भैंसाखूंट निवासी चंद्रभान यादव पुत्र कोदई से आठ फीसद ब्याज पर 32 लाख रुपये लिए थे। इस अवधि में उन्होंने इन्हें लगभग 50 लाख रुपये वापस भी किया। इसके बाद भी चंद्रभान उनसे 50 लाख रुपये जबरन लेना चाहते हैं। मुझे कई बार अपने डेयरी फार्म पर बंधक बनाकर मां-बहन की गाली देते थे। जल्द पैसा अदा न करने पर जान से मार डालने की धमकी देते थे। इनके तगादे से आजिज आकर उन्होंने संतोष कुमार पाण्डेय से संपर्क कर हत्या की योजना बनाई गई। इसके लिए पिछले तीन माह में कुल ढ़ाई लाख रुपये दिए। इसके बाद उन्होंने इसके लिए सच्चिदानंद उर्फ भल्लर को तैयार किया, इन्हें छह लाख रुपया देना था, एडवांस के रुप में इन्हें 90 हजार रुपये दिए। उन्होंने सच्चिदानंद व संतोष कुमार पाण्डेय को लेकर रेकी किया, ऐसा करके चंद्रभान यादव को पहचनवा दिया। योजना के तहत हम तीनों लोग बीते शनिवार को एकत्र हुए थे, मैं चंद्रभान यादव को फोन करके मंझरिया मोड़ के पास बुलाकर स्वयं गोरखपुर चला जाता। वहीं सच्चिदानंद व संतोष सूदखोर चंद्रभान की हत्या करते।
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