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बारिश से 250 एमटी गेहूं भीगकर नष्ट

पीसीएफ के दो खरीद केंद्रों के जर्जर गोदामों में रखा 250 एमटी गेहूं बुधवार की रात हुई बारिश से भीग जाने से नष्ट हो गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Jun 2020 08:19 PM (IST)Updated: Thu, 18 Jun 2020 10:56 PM (IST)
बारिश से 250 एमटी गेहूं भीगकर नष्ट
बारिश से 250 एमटी गेहूं भीगकर नष्ट

संत कबीरनगर : पीसीएफ के दो खरीद केंद्रों के जर्जर गोदामों में रखा 250 एमटी गेहूं बुधवार की रात हुई बारिश से भीग जाने से नष्ट हो गया। समर्थन मूल्य योजना के तहत इन केंद्रों के प्रभारी किसानों से यह गेहूं खरीदे थे। उचित रखरखाव के अभाव में यह स्थिति सामने आई है। एजेंसियों ने अब तक सिर्फ 83 फीसद गेहूं भारतीय खाद्य निगम(एफसीआइ)को भेजा है।

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इन केंद्रों पर खरीदा गया गेहूं नष्ट हुआ

पौली ब्लाक के साधन सहकारी समिति-शनिचरा बाजार के प्रभारी राघवेंद्र सिंह ने कहा कि उनके यहां का गोदाम जर्जर है। इसकी वजह से बारिश होने पर गोदाम के छत से पानी टपकने से करीब 150 एमटी गेहूं भीगकर नष्ट हो गया। वहीं हैंसर बाजार ब्लाक के साधन सहकारी समिति भैंसाखूंट के प्रभारी विकास गुप्त ने कहा कि गोदाम के जर्जर होने की वजह से उनके यहां करीब 100 एमटी गेहूं भीगकर नष्ट हो गया।

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एफसीआइ को सिर्फ 2,940 एमटी गेहूं ही भेज पाए

एजेंसी : लक्ष्य : खरीदे गेहूं : एफसीआइ को भेजे

खाद्य विभाग : 10,000: 4,226.20 : 2,940.50

पीसीएफ : 38,000:18,625.94 : 15,948.35

यूपी एग्रो : 1,500: 189.85 : 160.00

योग : 49,500:23,041.99 : 19,048.85

(नोट: लक्ष्य, खरीद व एफसीआइ को भेजे गए गेहूं की मात्रा मीट्रिक टन(एमटी)में है।)

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तमाम केंद्र ऐसे हैं, जहां वर्ष 1977 से लेकर 1988 के बीच गोदाम बने हैं। ये गोदाम इतने जर्जर हैं कि बारिश होने पर छत से पानी टपकता है। सबकुछ जानने के बाद भी इन जर्जर गोदामों की मरम्मत नहीं की जाती। इससे यह खराब स्थिति बनी हुई है।

मोतीलाल यादव-जिलाध्यक्ष

उप्र संयुक्त सहकारी समिति कर्मचारी संघ बारिश से किसी केंद्र पर गेहूं के भीगकर नष्ट होने की सूचना नहीं मिली है। किसानों से खरीदा गए गेहूं को समय से एफसीआइ को भेज दिया जा रहा है।

रामानंद जायसवाल-डिप्टी आरएमओ


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