महापर्व में महिलाओं की हो शत फीसद हिस्सेदारी
नगर के गौशाला रोड पर दैनिक जागरण ने महिलाओं के साथ चुनावी चौपाल का आयोजन किया। जिसमें महिलाओं ने एक स्वर से चुनाव के वक्त किए गए वादे को पूरा करने वाले प्रत्याशी को प्राथमिकता देने की बात कही है। डॉ. कविता गुप्ता ने कहा कि चुनाव के वक्त प्रत्याशी बड़े बड़े वादे करते हैं लेकिन जैसे ही वे चुनाव जीत जाते हैं अपने वादे भूल जाते हैं और जनता को उनके हाल पर छोड़ देते हैं। ऐसे में हमें मतदान के दिन अपने घरों से निकलकर शत फीसद म
चन्दौसी: नगर के गोशाला रोड पर दैनिक जागरण ने महिलाओं के साथ चुनावी चौपाल का आयोजन किया। जिसमें महिलाओं ने एक स्वर से चुनाव के वक्त किए गए वादे को पूरा करने वाले प्रत्याशी को प्राथमिकता देने की बात कही है। डॉ. कविता गुप्ता ने कहा कि चुनाव के वक्त प्रत्याशी बड़े बड़े वादे करते हैं, लेकिन जैसे ही वे चुनाव जीत जाते हैं अपने वादे भूल जाते हैं और जनता को उनके हाल पर छोड़ देते हैं। ऐसे में हमें मतदान के दिन अपने घरों से निकलकर शत फीसद मतदान करके ऐसे प्रत्याशी का चयन करना होगा जो क्षेत्र में विकास करे। अंजली सक्सेना ने कहा कि लोकतंत्र के इस महापर्व में सभी की भागीदारी होनी चाहिए। हम तो स्वयं मतदान करेंगे ही साथ ही अन्य महिलाओं को भी मतदान करने के लिए प्रेरित करेंगे। अपने मतदान के दम पर ही हम क्षेत्र में विकास करा सकते है। बीना तोमर ने कहा कि हमें मतदान के दिन अपने घर नहीं बैठना चाहिए। क्योंकि हमारी भूल से ऐसा प्रत्याशी चुनाव जीत गया जो क्षेत्र में विकास न कराए तो हमें काफी दिनों तक परेशान होना पड़ेगा। इसलिए सभी लोगों को मतदान करना होगा। तभी हम बेहतर सांसद चुन सकते है। चौपाल में पूनम अरोरा, स्वाती नन्दन सक्सेना, अनीता सक्सेना, रुचिता, हिना, किरन शर्मा, सुमन सक्सेना आदि मौजूद रहीं।
चुनाव के समय लगभग सभी प्रत्याशी बड़ी-बड़ी बातें करते हैं और मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए वादे भी करते हैं, लेकिन चुनाव जीत जाने के बाद वे सभी वादे भूल जाते हैं। इसलिए सभी लोगों को मतदान केंद्र पर पहुंचकर मतदान करना होगा। जिससे हम बेहतर सांसद और सरकार चुन सके।
नूतन चौधरी लोकतंत्र का महापर्व मतदान में सभी की भागेदारी होनी चाहिए। क्योंकि इस दिन हम लोगों को अपने देश के भाग्य का फैसला करना होता है। हमारे एक वोट से देश में सरकार बनती है। सरकार पांच साल तक देश को तरक्की के रास्ते पर लेकर जाती है।
साधना अग्रवाल मतदान के दिन सभी महिलाओं को घर से निकलकर पहले मतदान करना चाहिए। सभी चुनावों में महिलाओं की भागेदारी कम रह जाती है। इस बार महिलाओं को भी मतदान बढ़ चढ़कर भाग लेना होगा। जिससे देश में बेहतर सरकार बन सके।
श्वेता मनचंदा हमें ऐसे प्रत्याशी का चयन करके मतदान करना होगा जो क्षेत्र में विकास करे। महिलाओं की सुरक्षा के लिए कदम उठाए। संसद में रहकर महिलाओं के सम्मान में नए कानून बनवाए। यह संभव तभी हो सकता है जब हम सभी मतदान करें।
महिमा वाष्र्णेय आज कल महिलाएं सभी काम कर रही है, लेकिन मतदान करने में कुछ महिलाएं पीछे रह जा रही है। घरों से नहीं निकलती है। जबकि सभी महिलाओं को मतदान करना होगा। इसके बाद ही हम हर काम में पुरुषों के बराबर होंगे।
साधना गुप्ता मैं हर बार मतदान करती हूं, लेकिन इस बार खुद तो मतदान करुंगी ही साथ ही अन्य महिलाओं और युवतियों को भी मतदान करने के लिए प्रेरित करुंगी। जिससे क्षेत्र में बेहतर सांसद बन सके। जो लोकसभा क्षेत्र में विकास करे।
सना