होम क्वारंटाइन के दस हजार मांगने का वीडियो वॉयरल
सम्भल सरकारी विभाग का कोई भी यदि कोरोना संक्रमित हो जाए तो रुपये लेने वाले उसे भी नहीं छोड़ेंगे।
सम्भल : सरकारी विभाग का कोई भी यदि कोरोना संक्रमित हो जाए तो रुपये लेने वाले उसे भी नहीं छोड़ेंगे। कोरोना अपने खात्मे के कगार पर है और इसके जरिए संक्रमित गरीबों को लूटने वाले अब भी अपने काम में जुटे हैं। इसी से जुड़ा एक वीडियो खूब वॉयरल हो रहा है। इसमें एक संक्रमित आए एक सरकारी कर्मचारी से दस हजार रुपये होम क्वारंटाइन के लिए मांगे जा रहे हैं। जब कर्मचारी ने मना कर दिया तो उसे धमकी दी गई कि गाड़ी भेज रहा हूं और अस्पताल भेज दूंगा। कर्मचारी ने भी जिद्द पकड़ ली थी साहब बैग पैक है रुपये तो किसी हाल में नहीं दूंगा।
असमोली क्षेत्र के एक गांव निवास सरकारी कर्मचारी 12 अक्टूबर को कोरोना पॉजिटिव आया था। रिपोर्ट संक्रमित आने के साथ ही उनके पास स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी का फोन आया और उसने नसीहत दी कि घर पर रहना है या अस्पताल जाना है। कर्मचारी ने घर के लिए बोला तो उसने बोला दस हजार रुपये लगेंगे। कर्मचारी परेशान बोला- साहब अस्पताल ही भेज दो। मोल भाव चला लेकिन, कर्मचारी तैयार नहीं हुआ। जब उसने रुपये देने से मना कर दिया तो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ने खूब धमकाया लेकिन उसकी दाल नहीं गली। कर्मचारी ने भी बोल दिया कि रुपये नहीं दूंगा जहां भेजना हो भेज दो। आखिरकार उसे एलवन अस्पताल सिरसी भेज दिया गया जहां अब भी वह इलाज करा रहा है। अब वीडियो वॉयरल होने के बाद लोग इस पर चर्चा में जुटे हैं। नोडल अधिकारी डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि इसकी जानकारी नहीं है लेकिन, यदि ऐसा हुआ है तो इसकी जांच कराई जाएगी।