Move to Jagran APP

हंगामे के बीच 76.60 करोड़ का बजट पास

चन्दौसी जून माह में तीसरी बार हुई बोर्ड की बैठक आखिरकार सोमवार को हंगामे के बीच संपन्

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 Jun 2020 11:49 PM (IST)Updated: Mon, 29 Jun 2020 11:49 PM (IST)
हंगामे के बीच 76.60 करोड़ का बजट पास
हंगामे के बीच 76.60 करोड़ का बजट पास

चन्दौसी: जून माह में तीसरी बार हुई बोर्ड की बैठक आखिरकार सोमवार को हंगामे के बीच संपन्न हो गई। कुछ सभासदों ने विरोध किया तो कुछ ने शहर की स्थिति को देखते हुए सहमति जता दी। इस दौरान शहर में विकास कार्य न कराने का आरोप लगाते हुए हंगामा हुआ। नालों की सफाई न होने का मुद्दा भी गरमा गया। इस बीच 76 करोड़ रुपये 60 लाख रुपये का बजट पास हो गया।

loksabha election banner

जून माह में लगातार तीसरी बार बोर्ड की बैठक सोमवार हुई। इससे पहले दो बैठक सभासदों के विरोध के चलते स्थगित करनी पड़ी थी। तभी से सभासदों को मनाने का प्रयास पालिकाध्यक्ष द्वारा किया जा रहा था। सोमवार को बैठक में सभी सभासद पहुंचे, लेकिन शुरू से ही कुछ सभासदों ने विभिन्न मांगों को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। एक सभासद ने कहा कि नगर पालिका द्वारा में बिल्कुल भी विकास नहीं कराया जा रहा है। हालत यह है कि चार दिन पहले हुई हल्की बरसात में ही पूरा शहर पानी ही पानी हो गया था। कुछ ने नालों की सफाई न होने का मुद्दा जोरों से उठाया। सभासद विपल चौधरी ने पालिका पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते हुए पालिकाध्यक्ष से इस्तीफा ही मांग लिया। उधर शुरूआत में कुछ सभासद नाराज नजर आए जिन्हें मनाने का प्रयास बोर्ड की बैठक में चलता रहा। अपनी समस्या गिनाते हुए सभासदों ने कहा कि पालिका को जो भी काम बताया जाता है उस समस्या का समाधान ही नहीं किया जाता है। सभासद विनोद अग्रवाल ने कहा कि सभी की बात सुनी जाए और उनकी समस्याओं का समय रहते समाधान किया जाए। सभासदों के साथ पालिका हर माह बैठक करनी चाहिए। विमल चौधरी ने बैठक शुरू होते ही मिनट बुक मंगाने की मांग शुरू कर दी, लेकिन अंत तक भी बुक नहीं लाई गई। अंत में हंगामे के बीच 76 करोड़ 60 लाख का बजट पास कर दिया गया। ईओ राजकुमार ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से वर्ष 2020-21 का आय 76 करोड़ 60 लाख रुपये का बजट पास हो गया है। इनसेट-

बिना ढक्कन के डस्टबिन लोगों को देने पर भी हुआ हंगामा

चन्दौसी: नगर पालिका द्वारा शहर के लोगों को घर रखने के लिए डस्टबिन वितरित किए जा रहे हैं, लेकिन डस्टबिन पर ढक्कन नहीं है। यह मुद्दा भी उठाया गया। सभासदों ने कहा कि बिना ढक्कर के डसटबिन से लाभ क्या होगा। जबकि सरकार ढक्कन के डस्टबिन देने की बात कह रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.