उदित हो चुका है ज्ञान का सूर्य
एमजीएम महाविद्यालय में अग्रेजी विभाग के विभागध्यक्ष डॉ प्रकाश नारायण भारद्वाज की यूरोपीय देश जर्मनी के लैम्बर्ट एकेडेमिक पब्लि¨शग हाउस से प्रकाशित विजन एंड पोर्टअल ऑफ लाइफ बाय राइ¨टग जेम्स ऑफ इण्डो एंग्लिअन लिटलेचर पुस्तक का विमोचन कार्यक्रम का शुभारंभ मॉ सरस्वती वंदना के साथ आयोजन किया गया।
सम्भल: एमजीएम महाविद्यालय में अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ प्रकाश नारायण भारद्वाज की यूरोपीय देश जर्मनी के लैम्बर्ट एकेडमिक पब्लि¨सग हाउस से प्रकाशित विजन एंड पोर्टअल ऑफ लाइफ बाय राइ¨टग जेम्स ऑफ इंडो एंग्लिअन लिटलेचर पुस्तक का विमोचन किया गया।
इस मौके पर महाविद्यालय प्रबंध समिति के सह सचिव व मुख्य अतिथि संजय कुमार ने डॉ भारद्वाज को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने महाविद्यालय का ही नहीं सम्भल को नाम रोशन किया है। नासरा बतूल, सदफ मुजीब, दरख्शां, सदफ जलीस, वाइज खान, अजीम, मोहम्मद साद, राईस और शाजिया आदि छात्र-छात्राओं ने गीत व कविताएं सुनाकर समा बांध दिया। डॉ मनीष जोशी ने पुस्तक की समीक्षा की। डॉ आबिद हुसैन ने आज के दिन को एतिहासिक बताया। डॉ डीएन शर्मा ने कहा कि सम्भल में भी ज्ञान का सूर्य उदित हो चुका है जो अज्ञान के अंधेरे को मिटाने के लिए पर्याप्त हुआ है। पुस्तक इंटरनेट पर खूब पढ़ी जा रही है जिसमें संजय कुमार अग्रवाल, डॉ विजय लक्ष्मी शर्मा और डॉ संजय दुबे आदि रहे।