सतरंग अंत्याक्षरी में बिखरी गीतों की स्वर लहरी
जागरण संवाददाता, चन्दौसी: मेला गणेश चौथ अपने सबाव पर है। मेला ग्राउंड में स्थित नटराज रंगमंच पर द एन्टरटेनमेंट ग्रुप के तत्वावधान में शनिवार की रात आठ बजे से सतरंग अंत्याक्षरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। अंत्याक्षरी में युवाओं की टीमों गीतों ने एक के बाद एक गीतों की झड़ी लगा दी। दर्शकों ने अंत्याक्षरी का जम कर लुत्फ उठाया। इस दौरान कार्यक्रम स्थल बार-बार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा।
चन्दौसी : मेला गणेश चौथ अपने शबाव पर है। मेला ग्राउंड में स्थित नटराज रंगमंच पर द एन्टरटेनमेंट ग्रुप के तत्वावधान में शनिवार की रात आठ बजे से सतरंग अंत्याक्षरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। अंत्याक्षरी में युवाओं की टीमों गीतों ने एक के बाद एक गीतों की झड़ी लगा दी। दर्शकों ने अंत्याक्षरी का जम कर लुत्फ उठाया। इस दौरान कार्यक्रम स्थल बार-बार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा। विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
सतरंग अंत्याक्षरी का शुभारंभ नगर पालिका परिषद की अधिशासी अधिकारी अमिता वरुण ने फीता काट कर और मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। कार्यक्रम की शुरुआत निर्णायक मंडल संगीता भार्गव और आशुतोष मिश्रा ने श्रोताओं की भीड़ से गीत की प्रस्तुति देकर की। अंत्याक्षरी में दीवाने, मस्ताने, परवाने, अफसाने की टीम बनाई गईं। प्रथम समूह को मंच पर उतारा गया। भागम भाग राउंड में प्रतिभागियों ने दो मिनट में सुरीले गीतों की झड़ी लगा दी। दो मिनट में एक के बाद अधिक से अधिक गीत सुना वाहवाही लूटी। दूसरे डबल धुन राउंड में दो धुनों को पहचान कर प्रतिभागियों ने गीतों को पेश कर तालियां बटोरीं। तीसरे अंतरा स्थाई राउंड हुआ। जिसमें संचालकों ने अंतरा गाकर सुनाया। जिसका स्थाई अंतरा पहचान कर सुनाना था प्रतिभागियों ने सूझबूझ का परिचय देते हुए स्थाई अंतरा पहचान कर प्रस्तुत किया। फाइनल राउंड में दो-दो टीमों ने अपनी जगह बनाई। इन दीवाने, मस्ताने, परवाने और अफसाने के बीच पुन: पांच राउंड का संगीतमय मुकाबला हुआ। जो देर रात तक चला। इस बीच वैभव गोयल ने मेला दिलों का आता है गीत की प्रस्तुति से माहौल खुशनुमा बना दिया। संचालन मोहित शर्मा व सर्वेश चीनी ने किया। कार्यक्रम में सतेंद्र मामा, आयुष, विशाल, विपिन मिश्रा, कृष्णा मधुकर, प्रभात कृष्णा, प्रजीत लालू, शशिकांत गुप्ता आदि का सहयोग रहा।