सात दिवसीय श्रीराम कथा का समापन
तो मां ने बेटी को आशीर्वाद दे दिया। जिस पर राम द्वारा धनुष तोड़ा और राम जानकी का विवाह हुआ। कथा व भजनों को सुनकर श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा की। अंत में महाआरती के साथ विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें नगर के लोगों ने शमिल होकर प्रसाद ग्रहण किया। कथा के अंतिम दिन मिथलेश शर्मा, मुकेश शर्मा, मुलायम ¨सह, हितेश पाल ¨सह, राजेन्द्र सिसौदिया, मुकेश नन्दन, चमेली देवी, कान्ता ¨सह, कृष्णा ¨सह, प्रमिला ¨सह, जगमोहन , हितेश पाल ¨सह, मीना शर्मा, मंजू, निर्मला, रमा ¨सह,नरेश शंखधार आदि का सहयोग रहा।
चन्दौसी : नगर के शक्ति नगर में चल रही श्रीराम कथा का सातवें दिन समापन हुआ। कथा व्यास आचार्य शिवशंकर भारद्वाज ने यज्ञ की रक्षा के लिए विश्वामित्र द्वारा राम लक्ष्मण को मांगने, धनुष यज्ञ और राम जानकी का विवाह का वर्णन किया। भंडारे का भी आयोजन किया गया। मिथलेश शर्मा, मुकेश शर्मा, मुलायम ¨सह, हितेश पाल ¨सह, राजेन्द्र सिसौदिया, मुकेश नन्दन, चमेली देवी, कान्ता ¨सह, कृष्णा ¨सह, प्रमिला ¨सह, जगमोहन , हितेश पाल ¨सह, मीना शर्मा, मंजू, निर्मला, रमा ¨सह,नरेश शंखधार का सहयोग रहा।