बारह दिवसीय जलसे का हुआ आगाज
अन्जुमन शाहे बरकात मंगलपुरा सरायतरीन के तत्वावधान में 12 दिवसीय जलसा ए ईद मिलादुन्नबी अल बशीर मार्डन पब्लिक स्कूल में आयोजित किया गया। जलसे की शुरुआत मौलाना जिया अकबरी ने तिलावते कलामे पाक से तथा कारी मौअज्जम रजा रहबर अली व नूर आलम की नाते पाक से हुई। मौलाना अब्बास रजा ने कहा कि मेरे नबी दोस्त दुश्मन सबसे प्यार से मिलते थे। इंसान जानवर सब आप के ऐतराम करते है। कारी अब्बदुल तय्यूम ने कहा कि आप की पैदाइश की खुशी में अल्लाह ताला ने पूरी दुनिया में हरियाली पैदा कर दी।
सम्भल : अन्जुमन शाहे बरकात मंगलपुरा सरायतरीन के तत्वावधान में 12 दिवसीय जलसा ए ईद मिलादुन्नबी अल बशीर मार्डन पब्लिक स्कूल में आयोजित किया गया। जलसे की शुरुआत मौलाना जिया अकबरी ने तिलावते कलामे पाक से तथा कारी मौअज्जम रजा रहबर अली व नूर आलम की नाते पाक से हुई। मौलाना अब्बास रजा ने कहा कि मेरे नबी दोस्त दुश्मन सबसे प्यार से मिलते थे। कारी अब्दुल तय्यूम ने कहा कि आप की पैदाइश की खुशी में अल्लाह ताला ने पूरी दुनिया में हरियाली पैदा कर दी। काबे की छत पर जिबाइल ने झण्डा लगाया आज मुसलमान इसी सुन्नत को अदा करते हुए अपने घरों पर झंडे लगाते है। मुफ्ती अब्बास अजमली ने कहा कि जिसे प्यारे नबी से सच्ची मोहब्बत नही उसके नमाज रोजा, हज और जकात भी रब को कुबूल नहीं। जलसे में इम्तियाज खान, तौकीर बरकाती, हाजी मकबूल, ताहिर सलामी, हाजी नूर इलाही, हाजी मुस्तकीम, अजीज अहमद, बाबू मलिक, कमरुद्दीन, शाहनवाज बरकाती, नज्मी बरकाती, शकील बरकाती आदि मौजूद रहे।