प्रसव के दौरान दो नवजातों की मौत, क्लीनिक सील
भी ओम शान्ति नर्सिंग होम रजपुरा में भर्ती करा गया। जहां महिला ने नवजात को जन्म दिया और कुछ देर बाद नवजात की मौत हो गई। शनिवार की सुबह दोनों परिवारों के परिजनों ने अस्पताल परिसर मे हंगामा शुरु कर दिया। सूचना के बाद मौके पर थानाध्यक्ष प्रवीण सोलंकी मौके पर पहुंचे। परिजनों को समझा बुझाकर कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत किया। इसके बाद सीएमओ अमिता ¨सह को सूचना दी गई तो नोडल अधिकारी पवन कुमार व उपजिलाधिकारी गुन्नौर ओमवीर ¨सह पहुंचे। अस्पताल को सीज कर दिया गया। किरनपाल की तहरीर पर अस्पताल संचालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। नवजात शिशुओं के शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया । स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी के बाद कस्बे के झोलाछाप क्लीनिकों को बंद करके भाग गए।
गुन्नौर : रजपुरा कस्बे में अवैध रूप से चल रहे अस्पताल में दो नवजातों की मौत हो गई। मौत के परिवार के लोगों ने लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। परिवार के लोगों को समझाया। इसके बाद एसडीएम व नोडल अधिकारी मौके पर पहुंचे। दोनों क्लीनिकों को सील कर दिया गया। तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की गई। नवजातों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
रजपुरा क्षेत्र के गांव जिजोड़ा निवासी अशोक शर्मा की पत्नी पूजा शर्मा (26) को शनिवार को प्रसव पीड़ा हुई। इसके बाद परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रजपुरा लेकर पहुंचे जहां से उसे रेफर कर दिया गया। इसके बाद परिजन ओम शान्ति नर्सिंग होम रजपुरा में ले गए। जहां डाक्टरों ने उसे भर्ती कर लिया। प्रसव के दौरान नवजात बच्ची की मौत हो गयी। वहीं धनारी थाना क्षेत्र के गांव गुरेठा निवासी किरनपाल की पत्नी कमलेश (29) को प्रसव पीड़ा हुई तो उसे भी ओम शान्ति नर्सिंग होम रजपुरा में भर्ती करा गया जहां महिला ने नवजात को जन्म दिया और कुछ देर बाद नवजात की मौत हो गई। शनिवार की सुबह दोनों परिवारों के परिजनों ने अस्पताल परिसर मे हंगामा शुरु कर दिया। सूचना के बाद मौके पर थानाध्यक्ष प्रवीण सोलंकी मौके पर पहुंचे। परिजनों को समझा बुझाकर कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत किया। इसके बाद सीएमओ अमिता ¨सह को सूचना दी गई तो नोडल अधिकारी पवन कुमार व उपजिलाधिकारी गुन्नौर ओमवीर ¨सह पहुंचे। अस्पताल को सीज कर दिया गया। किरनपाल की तहरीर पर अस्पताल संचालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। नवजात शिशुओं के शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया । स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी के बाद कस्बे के झोलाछाप क्लीनिकों को बंद करके भाग गए।