खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने नष्ट कराया 120 किलो संदिग्ध पनीर, खाद्य लाइसेंस व खरीद प्रमाण नहीं दिखा सका कारोबारी
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने संभल जिले में पनीर की गुणवत्ता जांच के लिए अभियान चलाया। टीम ने गवां में एक वाहन से 120 किग्रा पनीर बरामद किया जो बिना ल ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, बहजोई। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने जिले में पनीर की गुणवत्ता जांच को लेकर विशेष अभियान चलाया। जिसमें टीम ने गवां में एक मकान परिसर में खड़े वाहन की जांच की तो उसमें 120 किग्रा पनीर बिक्री के लिए रखा मिला, जिसे विभिन्न होटलों और दुकानों पर भेजा जाना था।
मौके पर मौजूद खाद्य कारोबारी विमल कुमार से जब पनीर के संबंध में पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि यह पनीर गुरुवार को ही डिबाई, जनपद बुलंदशहर से लाया गया है, लेकिन वह न तो कोई खरीद रसीद दिखा सका और न ही उसके पास खाद्य लाइसेंस था।
पनीर की गुणवत्ता संदेहास्पद पाई गई और स्वाद ठीक नहीं होने के कारण 119 किग्रा पनीर को नष्ट कराया गया, जिसकी अनुमानित कीमत 26,180 रुपये थी। इस बीच केवल एक किग्रा पनीर का नमूना जांच के लिए संग्रहित किया गया।
कारोबारी द्वारा बताया गया कि वह यह पनीर होटल संचालकों को 220 रुपए प्रति किग्रा की दर से बेचता है।
टीम ने इसके बाद संभल तहसील क्षेत्र में दो पनीर फैक्ट्रियों पर भी छापेमारी भी की, जिसमें दीपक लक्ष्मी डेरी, गांव भदरौला और बाबूराम पनीर निर्माण इकाई, गांव सलखना का निरीक्षण किया और वहां से पनीर के नमूने संग्रहित किए।
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम के द्वारा अभियान चलाया जा रहा था इसी के अंतर्गत एक सूचना पर छापेमारी की तो गवां में एक ई रिक्शा पर लगा हुआ पनीर मिला, जोकि बिना बिल और लाइसेंस के पनीर लाया गया था। हमने गुणवत्ता पर संदेह के आधार पर नमूना जांच के लिए भेजा है और शेष पनीर नष्ट कराया है। रिपोर्ट आने पर आगे विधिक कार्रवाई की जाएगी। मिलावट के खिलाफ हमारी कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।
-डा. राहुल सिंह, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी, संभल।

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