Sambhal में फिर मिली सिर कटी लाश, बुलंदशहर में दोनों चचेरे भाइयों की हत्या करके शव संभल में फेंके गए
Sambhal Double Murder गांधी जयंती की रात संभल में सिर कटी लाश मिली थी। सड़क किनारे खंदक मेंं धड़ मिला था। उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी। मंगलवार को बुलंदशहर जिले की पुलिस एक आरोपित को लेकर संभल पहुंची और उसने एक और सिर कटी लाश बरामद की।
जागरण संवाददाता, संभल। Sambhal Double Murder : गांधी जयंती की रात संभल में सिर कटी लाश मिली थी। सड़क किनारे खंदक मेंं धड़ मिला था। उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी। मंगलवार को बुलंदशहर जिले की पुलिस एक आरोपित को लेकर संभल पहुंची और उसने एक और सिर कटी लाश बरामद की।
सात सौ मीटर की दूरी पर मिला दूसरा धड़
दूसरी सिर कटी लाश पहले मिले शव से सात सौ मीटर की दूरी पर मिली। दोनों ही मामलों में सिर अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं। दूसरी लाश काफी गल गई है। लेकिन पुलिस का मानना है कि दोनों की हत्या एक साथ बुलंदशहर में करके शव यहां संभल में टी प्वाइंट चौकी के पास फेंके गए।
एक शव कैसे पूरी तरह गल गया
मंगलवार को बुलंदशहर पुलिस कुछ आरोपितों को पकड़कर संभल लाई और रजपुरा पुलिस के साथ मिलकर पुलिस चौकी से कुछ ही दूरी पर सिर कटी लाश बरामद की। शव तकरीबन 19 वर्षीय युवक का है और उसका भी सिर गायब था। इसी जगह से कुछ दूरी पर 2 अक्टूबर की रात भी पुलिस ने तकरीबन 21 साल के युवक का शव बरामद किया था। उसका भी सिर गायब था। केवल धड़ ही बचा था। हालांकि वह शव गला नहीं था। मंगलवार को मिला शव पूरी तरह गल चुका था।
दोनों थे चचेरे भाई
बुलंदशहर पुलिस के अनुसार दोनों युवक बुलंदशहर के सलेमपुर थानाक्षेत्र के कैलावन के रहने वाले हैं। यह दोनों एक अक्टूबर को काली अखाड़ा शोभा यात्रा देखने बाइक से गए थे लेकिन घर नहीं लौटे। इनके नाम सफाई कर्मचारी नरेश कुमार के 21 वर्षीय पुत्र भूपेंद्र उर्फ भोलू तथा चचेरे भाई कैलावन निवासी भूरा 18 है।
बुलंदशहर में दर्ज है अपहरण का मुकदमा
नरेश मूल रूप से कैलावन के रहने वाले हैं लेकिन कई साल से वह गांव छोड़कर जटपुरा मुकीमपुर गांव में बस गए। जबकि परिवार के अन्य लोग कैलावन में ही रहते हैं। मामले में दोनों युवकों के अपहरण का मुकदमा भी दर्ज कराया गया था। संभल में दो अक्टूबर को शव मिलने के बाद जब आरोपित को पकड़ा गया तो उसकी निशानदेही पर दूसरा शव भी मिल गया।
बुलंदशहर पुलिस करेगी जांच
संभल एसपी चक्रेश मिश्र ने बताया कि गांधी जयंती की रात जो शव मिला था उसकी शिनाख्त न होने से जांच आगे नहींं बढ़़ सकी थी। दूसरा शव बुलंदशहर की पुलिस ने बरामद किया है। दोनों की पहचान हो गई है। इसका मुकदमा भी बुलंदशहर में दर्ज है। जो भी जांच होनी है वह बुलंदशहर पुलिस करेगी। संभल का इस्तेमाल शव फेंकने के लिए किया गया था।
पुलिस की कहानी, सिर गंगा में बहा दिए गए
पुलिस की मानेंं तो आरोपितों ने दोनों युवकों की हत्या कर उनके सिर धड़ से अलग कर दिए थे। सारा घटनाक्रम कैलावन गांव में अंजाम दिया गया। वहां से किसी वाहन से यह संभल आए और दोनों सिर गंगा नदी में फेंक दिया। धड़़ संभल के टी प्वाइंट पुलिस चौकी के पीछे थोड़ी दूरी पर फेंक दिया गया।