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एक बीघा खेत के लिए मिलेगी सिर्फ 17 किलो खाद, परेशानी

सम्भल जेएनएन सरकार ने खाद की कालाबाजारी को रोकने के लिए एक नियम लागू किया है। जिसके तहत किसानों को खाद लेने से पहले क्रय केंद्र पर खतौनी दिखानी होगी। उसके बाद ही किसानों को खाद मिल पाएगा। ऐसे में किसानों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही किसानों को उनकी जरूरत के हिसाब से खाद नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में किसान खाद लेने के लिए अपनी-अपनी जुगाड़ लगा रहे हैं। उसके बाद भी खाद नहीं मिल पा रही है। जिससे किसानों को परेशानी हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Oct 2021 01:05 AM (IST)Updated: Sat, 23 Oct 2021 01:05 AM (IST)
एक बीघा खेत के लिए मिलेगी सिर्फ 17 किलो खाद, परेशानी
एक बीघा खेत के लिए मिलेगी सिर्फ 17 किलो खाद, परेशानी

सम्भल, जेएनएन: सरकार ने खाद की कालाबाजारी को रोकने के लिए एक नियम लागू किया है। जिसके तहत किसानों को खाद लेने से पहले क्रय केंद्र पर खतौनी दिखानी होगी। उसके बाद ही किसानों को खाद मिल पाएगा। ऐसे में किसानों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही किसानों को उनकी जरूरत के हिसाब से खाद नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में किसान खाद लेने के लिए अपनी-अपनी जुगाड़ लगा रहे हैं। उसके बाद भी खाद नहीं मिल पा रही है। जिससे किसानों को परेशानी हो रही है।

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बता दें कि इस नियम के तहत प्रत्येक किसान को एक बीघा जमीन के लिए 17 किलो खाद मिलेगी। उसके लिए किसान को क्रय केंद्र पर जाकर खतौनी दिखानी होगी और मशीन में अंगूठा लगाना होगा। उसके बाद ही किसान को खाद मिल सकेगा। इस समय किसान खाद लेने के लिए क्रय केंद्रों पर पहुंच रहे हैं, जिससे क्रय केंद्रों पर भारी भीड़ किसानों की दिख रही है। हालांकि इस दौरान किसान मायूस हैं, क्योंकि उन्हें जरूरत के हिसाब से खाद नहीं मिल पा रही है। कुछ किसान खाद लेने के लिए दूर दूराज से आ जा रहे हैं। उसके बाद भी किसानों को खाद नहीं मिल रही है। वहीं, किसान आलू की फसल की तैयारी कर रहा है। आलू की फसल के लिए किसान के लिए सबसे ज्यादा आवश्यकता खाद की होती है। इस लिए कुछ किसान पहले से ही खाद खरीद कर रख रहे है। जिसकी वजह से उन्हें बाद में खाद की परेशानी न हो। किसानों ने बताया कि इस नियम से बहुत ही दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। कुछ बड़े किसान पहले ही क्रय केंद्रों पर अपनी सेंटिग बैठा कर खाद ले रहे हैं। जिसकी वजह से गाड़ी आते ही खत्म हो जाती है। किसान खाद लेने के लिए सुबह से ही क्रय केंद्रों पर आकर खड़े हो जाते हैं। घंटों लाइन में लगने के बाद भी खाद नहीं मिलता तो वह मायूस हो कर घर लौट जाते हैं। उन्होंने कहा ऐसे में किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो किसान आलू की फसल कैसे लगा पाएंगे।


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