नए वैरिएंट से निपटने को स्वास्थ्य विभाग तैयार
कोरोना की दूसरी लहर के बाद से लोगों में उसको लेकर काफी खौफ है। क्योंकि उस समय लोगों को आक्सीजन की कमी के साथ अन्य जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं की किल्लत का सामना करना पड़ा था। इस समय लोगों के दिल में ओमिक्रोन वायरस का डर बैठा हुआ है। प्रतिदिन उसके संक्रमण और उसकी गंभीरता के बारे में सुनने को मिल रहा है।
सम्भल, जेएनएन : स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर काफी सतर्कता बरती जा रही है। इसके लिए शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा रैंडम सैंपलिग की जा रही है। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की आरआरटी (रैपिड रेस्पांस टीम) ने मेडिकल स्टोर से रैंडम सैंपल एकत्र किए। इसके साथ ही टीकाकरण पर भी जोर दिया जा रहा है।
कोरोना की दूसरी लहर के बाद से लोगों में उसको लेकर काफी खौफ है। क्योंकि उस समय लोगों को आक्सीजन की कमी के साथ अन्य जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं की किल्लत का सामना करना पड़ा था। इस समय लोगों के दिल में ओमिक्रोन वायरस का डर बैठा हुआ है। प्रतिदिन उसके संक्रमण और उसकी गंभीरता के बारे में सुनने को मिल रहा है। ऐसे में शासन से लेकर प्रशासन भी पूरी तरह से अलर्ट है। इसी को लेकर शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क हो गया और विभाग की ओर से रैंडम सैंपलिग शुरू कर दी गई है। शनिवार को सम्भल में विभाग की ओर से गठित रैपिड रिस्पांस टीम द्वारा बाजार में स्थित मेडिकल स्टोर संचालकों व वहां पर दवा खरीदने के लिए आए लोगों के सैंपल को एकत्र किया और उन्हें जांच के लिए भेजा। सीएचसी प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डा. मनीष अरोड़ा ने बताया कि शासन के निर्देश पर रैपिड रिस्पांस टीम द्वारा रैंडम सैंपलिग करायी जा रही है।
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आपात स्थिति से निपटने को स्वास्थ्य विभाग तैयार
सम्भल : कोरोना की दूसरी लहर में कोरोना संक्रमितों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था, जिससे स्वास्थ्य विभाग की काफी फजीहत हुई थी। उस समय संक्रमितों को समुचित आक्सीजन व दवाएं नहीं मिल पा रही थी। वहीं लोगों को अपने दिए गए नमूने की जांच के लिए काफी इंतजार करना पड़ रहा था। इन्हीं सब समस्याओं से सबक लेते हुए सरकार व स्वास्थ्य विभाग ने बाद में किसी भी आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर ली। इसी के चलते अब जिला अस्पताल में पीएम केयर फंड से उच्च क्षमता वाले आक्सीजन प्लांट को स्थापित किया गया है तो वहीं जांच में गुणवत्ता व उसकी त्वरित रिपोर्ट के लिए जिला अस्पताल परिसर में ही लैब स्थापित की गई है। अब जिले में एकत्र किए गए नमूनों की रिपोर्ट के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा।