राम जन्म बधाई सुनकर झुमीं महिलाएं
भगवान को पुत्र रुप में अवतार लिया। धन्य है वह गोद जिसने भगवान राम व श्रीकृष्ण को जन्म दिया। जीवन में जब भी दुख आए तो सदगुरु संत के समक्ष ही कहे। इसके साथ कथा व्यास ने भजनों के माध्यम से राम जन्म की बधाई सुनाई। जिनको सुनकर महिलाए भक्तिमय लीन होकर झुमनें को मजबूर हो गयी। पूरे पंडाल में जयश्रीराम के नारे गूंजने लगे। कथा में अंकित शर्मा, राजेन्द्र कुमार, मुकेश नन्दन, चमेली देवी, कान्ता ¨सह, कमलेश गुप्ता, कृष्णा ¨सह, सीमा ¨सह, प्रमिला ¨सह, शिव कुमार आदि का सहयोग रहा।
चन्दौसी: नगर के शक्ति नगर में चल रही श्रीराम कथा चौथें दिन भी जारी रही। चौथे दिवस पर कथा व्यास आचार्य शिवशंकर भारद्वाज ने अपनी मुख वाणी से राम अवतार का वर्णन किया। साथ ही कहा कि राम अवतार का एक कारण स्वयंभू मनु और शतरुपा की तपस्या थी। वह भक्ति कितनी उच्चकोटि की रही होगी। जहां स्वयं भगवान को पुत्र रुप में अवतार लिया। धन्य है वह गोद जिसने भगवान राम व श्रीकृष्ण को जन्म दिया। जीवन में जब भी दुख आए तो सदगुरु संत के समक्ष ही कहे। इसके साथ कथा व्यास ने भजनों के माध्यम से राम जन्म की बधाई सुनाई। जिनको सुनकर महिलाए भक्तिमय लीन होकर झूमने को मजबूर हो गई। पूरे पंडाल में जयश्रीराम के नारे गूंजने लगे। कथा में अंकित शर्मा, राजेन्द्र कुमार, मुकेश नन्दन, चमेली देवी, कान्ता ¨सह, कमलेश गुप्ता, कृष्णा ¨सह, सीमा ¨सह, प्रमिला ¨सह, शिव कुमार आदि का सहयोग रहा।