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झमाझम बरसे बादल, शहर हुआ पानी-पानी

जेएनएन सम्भल मानसून तो कई दिनों से सक्रिय है लेकिन बारिश गायब थी। मंगलवार का दिन राहत भरा रहा। दोपहर में दो से ढाई घंटे की बारिश ने शहर को जल मग्न कर दिया। गलियां सड़कें सब पानी से भर गईं। हालांकि यह बारिश सम्भल शहर में ज्यादा दिखी।

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Jul 2021 12:47 AM (IST)Updated: Wed, 28 Jul 2021 12:47 AM (IST)
झमाझम बरसे बादल, शहर हुआ पानी-पानी
झमाझम बरसे बादल, शहर हुआ पानी-पानी

जेएनएन, सम्भल: मानसून तो कई दिनों से सक्रिय है लेकिन बारिश गायब थी। मंगलवार का दिन राहत भरा रहा। दोपहर में दो से ढाई घंटे की बारिश ने शहर को जल मग्न कर दिया। गलियां सड़कें सब पानी से भर गईं। हालांकि यह बारिश सम्भल शहर में ज्यादा दिखी। आसपास के इलाकों में नाममात्र की बारिश हुई। जो लोग गर्मी से परेशान थे उन्हें राहत मिल गई। सबसे ज्यादा राहत तो किसानों को हुई। क्योंकि बरसात न होने के चलते फसलों को ज्यादा नुकसान हो रहा था।

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एक सप्ताह पहले दो दिन तक बूंदाबांदी हुई थी, बूंदाबांदी से लोगों को गर्मी से तो राहत मिली थी, लेकिन किसानों के लिए वह ज्यादा लाभ नहीं पहुंचा पाई थी। इसी के चलते किसान भगवान से बरसात होने की प्रार्थना कर रहे थे। मंगलवार दोपहर 12 बजे हल्की धूप निकल रही थी। लोगों को लग रहा था कि आज भी बरसात नहीं होगी, लेकिन कुछ ही देर में आसमान में बादल मंडराने शुरू हो गए और बरसात शुरू हो गई। कुछ ही देर में पूरे शहर में पानी ही पानी नजर आने लगा। नाले भरने के बाद सड़कों पर पानी आ गया। दो घंटे तक हुई बरसात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिली तो वही किसानों ने राहत की सांस ली है। क्योंकि इस समय सभी फसलें पानी के बिना सूख रही थी।

नालों की सफाई होने का नहीं मिला लाभ

इस बार नगर पालिका ने बरसात से पहले ही नालों की सफाई करा दी थी। जिससे जलभराव की समस्या न हो, लेकिन नालों की सफाई का लाभ मिलता हुआ नजर नहीं आया। क्योंकि जैसे ही मंगलवार को बरसात शुरू हुई तो फिर सड़कें जलमग्न हो गई। बरसात बंद होने के आधा घंटा बाद भी सड़कों पर पानी ही पानी नजर आ रहा था। हालांकि जलभराव के बाद भी लोग बरसात होने से प्रसन्न नजर आ रहे थे। कुछ स्थानों पर हुई बूंदाबांदी

भले ही शहर के आसपास में तेज बरसात हुई हो, लेकिन कुछ स्थानों पर मंगलवार को भी बूंदाबांदी के बाद ही बरसात बंद हो गई। सिंहपुरसानी क्षेत्र में तेज बरसात नहीं हुई। जबकि वहां के किसान भी तेज बरसात होने की प्रार्थना कर रहे थे, लेकिन वहां पर बूंदाबांदी ही हुई। हालांकि अब लोगों को उम्मीद है कि अब बरसात होगी। बरसात होने से बिजली में होगा सुधार

मंगलवार को हुई बरसात से बिजली व्यवस्था सुधरने के भी आसार है। गर्मी अधिक होने के चलते लोड अधिक हो गया था, लेकिन अब बरसात हो गई है तो किसानों के नलकूप बंद हो जाएंगे। ऐसे में कुछ लोड कम होगा तो बिजली व्यवस्था में भी सुधार हो सकता है। अस्पताल से लेकर रोडवेज तक पानी ही पानी

शहर में दो घंटे तक हुई तेज बरसात से पूरे शहर में पानी ही पानी हो गया। जिधर भी नजर जा रही थी वहां पर पानी ही पानी नजर आ रहा था। जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रोडवेज, बहजोई रोड, कृष्णा रोड, शंकर कालेज चौराहा, मुख्य बाजार, कोतवाली, नखासा, एसडीएम कार्यालय, तहसील, ब्लाक, शिक्षा विभाग समेत सभी स्थानों पर पानी ही पानी भरा नजर आ था। बरसात बंद होने के एक घंटे बाद भी पूरे शहर में पानी जमा रहा। तालाब बन गईं सरायतरीन की गलियां

संसू, सरायतरीन। मंगलवार को सावन की पहली झमाझम बारिश में सराय तरीन के कई मुहल्लों के घरों के अंदर पानी घुस गया। सरायतरीन में जल निकासी के लिए पालिका की ओर से बिछाई गई सीवर पाइप लाइन भी बेमतलब साबित हुई। मुहल्ला पीला खदाना, बागीचा, नवादा, चकली सहित अन्य में सड़कें तालाब बन गई। घरों के अंदर पानी घुस जाने से लोगों को समस्या का सामना करना पड़ा। पालिका द्वारा सराय तरीन में सीवर पाइप लाइन बिछाई गई है लेकिन मेनहोल भी सड़क से नीचे होने से इन गड्ढों में पानी भर जाने से राहगीर बाइक सवार गिर कर घायल हो रहे थे।


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