अब्बास अलमदार की याद में निकाला गया जुलूस
सातवीं मुहर्रम के अलम मुबारक का जुलूस मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच निकाला गया। पुलिस प्रशासन के साथ साथ पीएसी के जवान भी सुरक्षा में मुस्तैद रहे। मुस्लिम समाज के लोगो के लबों पर या हुसैन या हुसैन की सादाए, हाथों में अलम कुछ हाथो में तलवारे । कुछ ऐसा ही नजारा शहर में देखने को मिला। अलम जुलूस को लेकर पुलिस प्रशान कई दिन से तैयारी कर रहा था। सुबह से ही जगह जगह पुलिस व पीएसी के जवानो को लगाया गया था। दोपहर के बाद जैसे ही अलम का जुलूस एजेंटी चौराहे से शुरू हुआ तो पुलिस ने जुलिस की सुरक्षा कड़ी कर दी। वही पुलिस अधीक्षक ने पुलिस बल किे साथ मुहर्रम के मार्गो का पैदल मार्च किया।
सम्भल: सातवीं मोहर्रम के अलम मुबारक का जुलूस मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच निकाला गया। पुलिस प्रशासन के साथ साथ पीएसी के जवान भी सुरक्षा में मुस्तैद रहे। मुस्लिम समाज के लोगों के लबों पर या हुसैन या हुसैन की सदाएं, हाथों में अलम कुछ हाथों में तलवारें। कुछ ऐसा ही नजारा शहर में देखने को मिला। अलम जुलूस को लेकर पुलिस प्रशासन कई दिन से तैयारी कर रहा था। सुबह से ही जगह जगह पुलिस व पीएसी के जवानों को लगाया गया था। दोपहर के बाद जैसे ही अलम का जुलूस एजेंटी चौराहे से शुरू हुआ तो पुलिस ने जुलूस की सुरक्षा कड़ी कर दी। वहीं पुलिस अधीक्षक ने पुलिस बल के साथ मोहर्रम के मार्गो का पैदल मार्च किया।
शहीदाने कर्बला की याद में अलम मुबारक का जुलूस निकाला गया। अलम का जुलूस शान्ति पूर्वक निकालने के लिए जहां पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कडे़ इंतजाम किए थे। वहीं नगर पालिका परिषद की ओर से धार्मिक स्थानों पर सफाई कराई गयी थी। जुलूस के दौरान या हुसैन या हुसैन की सदाएं फिजाओं मे गूंज रही थी। मर्सिया ,ख्वानी सुनकर सीनाजनी देखकर लोगों की आंखो में आंसू छलक आये। इस दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के लोग भी जुलूस में शामिल हो कर शहीदाने कर्बला के शहीदों कसे खिराजे अकीदत पेश की। हिजरी कैलेंडर के मोहर्रम सातवीं तारीख को शहर में पारंपरिक रूप से अलम ए मुबारक के जुलूस निकाले जाते है। जो लोगों के आकर्षण का केन्द्र बने हुए है। मंगलवार को दोपहर के बाद अलम ए मुबारक का जुलूस का सिलसिला शुरू हुआ जो देर शाम तक चलता रहा। नगर के मियां सराय, स्थित मस्जिद बंदगी शाह के निकट से निकले अलम ए मुबारक के जुलूस मोहल्ला कोट गर्वी में विभिन्न स्थानों के अलम व छोटे छोटे ताजिए शामिल हुए। जुलूस चमन सराय, मीरन शाह, सब्जी मंडी, चक्की का पाट, महमूद खा सराय होते हुए मोहल्ला नखासा, दीपा सराय, खग्गू सराय पहुंचकर संपन्न हुआ। अलम जुलूस में उपजिलाधिकारी अलमदारों के साथ विभिन्न मार्गों पर साथ रहे। इस दौरान अलमदारों ने उपजिलाधिकारी दीपेन्द्र को पगड़ी बांध कर सम्मानित किया। शहर के विभिन्न चौराहो पर लगाये सबीलों में अजादारों को तबर्रुक तकसीम किया गया। जुलूस को शांति पूर्वक ढंग से कराने के लिए पुलिस व पीएसी के जवान तैनात रहे। शहर कोतवाली में प्रशासनिक अधिकारी पल पल की जानकारी अपने अधीनस्थों से लेते रहें।
पुलिस अधीक्षक ने पुलिस बल के साथ मोर्हरम के मार्गों का पैदल मार्च कर मुआयना किया। इस दौरान पुलिस के जवान व खोजी कुत्तों से जगह जगह की चे¨कग भी कराई गयी। पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद के साथ भारी पुलिस बल देख कर ग्रामीण क्षेत्रों से आये लोग सहम गये। शंकर कालेज चौराहे से पैदल मार्च शुरु होकर अस्पताल चौराहा, आर्य समाज रोड, खग्गु सराय चौराहा होते हुए हिन्दू पुरा खेड़ा पर जाकर समाप्त हुआ। इस मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक पंकज पांडेय, पुलिस क्षेत्र अधिकारी, शहर कोतवाल, एलआइयू इंस्पेक्टर, यातायात इंस्पेक्टर आदि आधिकारी पैदल मार्च में शामिल रहे।
अलम जूलुस दोपहर बाद जैसे ही निकलने शुरु हुए तो ¨हदुओं ने आर्य समाज रोड से गुजरने वाले अलमदारों के लिए शर्बत का इंतजाम किया। सरायतरीन में भी निकाले गए अलम के जुलूस
शहीदाने अब्बास अलमदार की याद में शहर की उपनगरी सरायतरीन में जुलूस निकाला गया। अलम का जुलूस अमन के साथ खत्म कराने के लिए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किये थे। दोपहर बाद मोहल्ला मंगलपुरा से जुलूस शुरू हुआ। पुलिस चौकी, पीलाखदाना, चकली, बरखेरियान, भूड़ा में अलम का जुलूस समाप्त हुआ। उधर हयातनगर में भी अलम का जुलूस अकीदतमंदों ने निकाला।