कर्ज से परेशान प्रधानाध्यापक ने लगा ली फांसी
. एमसीएक्स पर सट्टा खेलते थे प्रधानाध्यापक हो गया था कर्ज .सुसाइड नोट में कुछ लोगों ने नाम लि
. एमसीएक्स पर सट्टा खेलते थे प्रधानाध्यापक, हो गया था कर्ज
.सुसाइड नोट में कुछ लोगों ने नाम लिखकर बताया कि इनका कर्ज उतार दिया
जागरण संवाददाता,
चन्दौसी: कोतवाली क्षेत्र में एमसीएक्स पर सट्टा खेलकर कर्जदार हुए प्रधानाध्यापक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। खुदकुशी करने से पहले उन्होंने एक सोसाइड नोट लिखा। जिसमें उन्होंने लिखा कि मैं आत्महत्या कर रहा हूं और कुछ लोगों के नाम लिखकर बताया कि मैंने इनके सारे पैसे वापस कर दिये है। भगवान सबका भला करे।
नगर के भारत मील कालोनी निवासी सुमित दीक्षित (39) पुत्र प्रमोद कुमार दीक्षित राजेश यादव के मकान में अपने छोटे भाई मोहित दीक्षित के साथ किराये पर रहता थे और सीता रोड स्थित नवीन प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक थे। पत्नी सुदामिनी वशिष्ठ कुंदरकी के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं और अपने दो बच्चों के साथ वहीं विद्यालय में रहती है। मंगलवार को सुमित अवकाश पर थे। दोपहर 12 बजे छोटा भाई मोहित अपने काम से चला गया। आधा घंटा बाद जब मोहित ने भाई सुमित को फोन किया तो रिसीव नहीं हुआ। वह कमरे पर पहुंचा तो दरवाजा अंदर से बंद था। काफी आवाज देने पर कमरे में सुमित की कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई तो मकान स्वामी के बेटे शशांक यादव की मदद से बराबर वाले कमरे से अंदर वाला दरवाजा खुलवाया। सुमित का शव फंदे पर लटक रहा था। आसपास के लोग मौके पर पहुंच गये और शव को नीचे उतारा। कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। छानबीन में पुलिस को सुमित के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। छोटे भाई मोहित ने पुलिस को बताया कि सुमित एमसीएक्स पर सट्टा खेलता था और कई लोगों का कर्ज हो गया था।