बेटे की परेशानी का पहले ही हो गया था आभास
जागरण संवाददाता चन्दौसी: शारदा चिटफंड घोटाले के मामले में पश्चिम बंगाल में चल रहे राजनैतिक का एक एपीसोड चन्दौसी में भी चलने लगा है। कोलकत्ता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के गृह निवास पर उनकी माता जी का हालचाल लेने के लिए शुभ¨चतकों का आना जाना बना हुआ हैा आपीएस अधिकारी की मां की परेशानी पर ¨चता की लकीरे देखकर लगता है कि वह अपने बेटे को लेकर चल रहे मौजूदा घटना क्
चन्दौसी (सचिन चौधरी): शारदा चिटफंड घोटाले के मामले में पश्चिम बंगाल में चल रहे हाईवोल्टेज ड्रामे ने पुलिस आयुक्त के परिजनों व शुभ¨चतकों को भी परेशानी में डाल दिया है। वह भी पल-पल की खबर लेने के लिए दिन भर टीवी पर चिपके रहे। पूरे दिन लोग घटनाक्रम की जानकारी करते रहे। वहीं बेटे की परेशानी का पुलिस आयुक्त की मां पहले आभास हो गया था।
पुलिस आयुक्त की मां मुन्नी देवी गुप्ता से जब बेटे के बारे में जानकारी की तो उनके पर चेहरे पर चिन्ता की लकीरें थी और आंखें नम हो रही थीं। कहने लगीं मेरा बेटा निर्दोष है। शनिवार की रात में मैंने उन्हें बेटे की परेशानी का आभास हो गया था। रविवार को सुबह जागने के बाद सबसे पहले बेटे राजीव कुमार से बात की और कुशलता मिलने पर राहत की सांस ली। हालांकि सीबीआई उनके पास पहुंची थी, लेकिन उसने मुझे कोई अहसास नहीं होने दिया। यह कहकर फोन काट दिया तुम परेशान मत होना। बाद में दोपहर तीन बजे 3 बजे मेरे भांजे का गाजियाबाद से फोन आया तब मुझे सीबीआई वाली घटना की जानकारी हुई। इससे दुख हुआ तभी से परेशान हूं। आखिर उसकी मां हूं दुख तो होता ही है। सोमवार को सुबह से घर में चाय तक नहीं बनी है। सुबह से ही लोगों को आना-जाना शुरू हो गया है, लेकिन मुझे अपने बेटे की इमानदारी व भगवान पर पूरा भरोसा है। बेटे के साथ जो भी होगा अच्छा होगा।