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पर्यटन की नई राह-मंदिर बनेंगे सुंदर, तीर्थों को नवजीवन

सम्भल तीर्थ नगरी को पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने के लिए सरकार की ओर से निर्देश दिए गए है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Oct 2020 12:37 AM (IST)Updated: Sat, 10 Oct 2020 05:05 AM (IST)
पर्यटन की नई राह-मंदिर बनेंगे सुंदर, तीर्थों को नवजीवन
पर्यटन की नई राह-मंदिर बनेंगे सुंदर, तीर्थों को नवजीवन

सम्भल: तीर्थ नगरी को पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने के लिए सरकार की ओर से निर्देश दिए गए है, जिसमें तीर्थाें के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण को कार्य किया जा रहा है। इससे क्षेत्र में देश विदेश के पर्यटक यहां पर आएंगे और यहां पर्यटन की संभावनाएं बढ़ेगी। जिलाधिकारी ने तीर्थों के निरीक्षण के दौरान उन्होंने कार्यदायी संस्था को निर्माण सामग्री में गुणवत्ता बनाने रखने के निर्देश दिए साथ ही लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।

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प्रदेश सरकार की ओर से राज्य में पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी संभावना के तहत सम्भल में स्थित तीर्थों का जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है, जिससे वहां पर देश के विभिन्न राज्यों, शहरों के साथ ही विदेश से आने वाले पर्यटकों की संभावनाएं बढ़ सके। सम्भल को तीर्थ नगरी के साथ ही कल्कि नगरी भी कहा जाता है। यहां पर नगर व ग्रामीण क्षेत्र में काफी संख्या में प्राचीन तीर्थ स्थित है। इनमें से कुछ तीर्थों पर अतिक्रमण कर लिया गया है तो कुछ पर अवैध कब्जा है। इसकी वजह से इनका अस्तित्व खतरे में पड़ रहा है। सरकार ने यहां पर पर्यटन की संभावना को तलाशते हुए इन तीर्थों के जीर्णोद्धार व सौदर्यीकरण के निर्देश दिए तो स्थानीय लोगों को कुछ आस जगी। क्योंकि पर्यटन की संभावना से क्षेत्र का विकास संभव होगा। शुक्रवार को जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने नगर के प्राचीन तीर्थों का निरीक्षण कर वहां पर पर्यटन विभाग द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्यों का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कार्यदायी संस्था यूपी राज्य निर्माण और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास निगम लिमिटेड के अधिकारियों से निर्माण संबंधी जानकारी करते हुए उन्हें निर्माण कार्य के दौरान गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने इस दौरान लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। इस दौरान एसडीएम दीपेंद्र यादव, सीओ अरुण कुमार सिंह, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी ब्रजपाल सिंह के साथ ही कार्यदायी संस्था की ओर से अम्बरीश कुमार मौजूद रहे। पातालेश्वर बनेगा सुंदर

पातालेश्वर महादेव मंदिर भी डीएम ने देखा। निर्माण कार्य को देखकर डीएम संतुष्ट दिखाई दिए। यहां महिलाओं व पुरुषों के लिए चार-चार सीट के दो शौचालयों का निर्माण कराया। इस पर डीएम ने निर्माण कार्य के दौरान गुणवत्तापरक सामग्री का उपयोग करने के लिए कहा, जिससे लंबे समय तक वह टिकाऊ बना रहे। कल्कि मंदिर में बनेगी बाउंड्री

कल्कि मंदिर की बाउंड्रीवाल के निर्माण का कार्य चल रहा है, जिसमें से 125 मीटर बाउंड्रीवाल को तैयार कर लिया गया है। जबकि परिक्रमा मार्ग को तैयार किया जा रहा है। इस दौरान मंदिर समिति की ओर से परिक्रमा मार्ग के बीच में मंदिर की खाली पड़ी भूमि की भी चहार दीवारी कराकर उसे परिसर में शामिल करने की मांग उठाई। डीएम ने संस्था के अधिकारियों से इस बारे में जानकारी ली। तीन केवीए का सोलर पैनल भी लगाया जाना है। सूरजकुंड भी दिखेगा नए रंग में

सम्भल : सूर्य कुंड मंदिर भी नए रंग में दिखेगा। यहां कुंड है जो प्राचीन है। पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ावा मिलेगा। डीएम ने मंदिर की 95 मीटर चाहरदीवार भी देखी। डीएम ने एसडीएम दीपेंद्र यादव को मामले को देखकर जल्द अवरोध दूर करने को कहा। परिसर में तैयार बरामदे व शौचालयों में पर्याप्त रोशनी न होने पर उन्होंने एक दीवार को हटाकर वहां लोहे की ग्रिल लगाने के लिए कहा। रायसत्ती तीर्थ भी बेहतर

सम्भल : जिलाधिकारी रायसत्ती स्थित तीर्थ पर पहुंचे। जहां पर शौचालय के हो रहे निर्माण में ईंट की गुणवत्ता पर नाराजगी व्यक्त की। मंदिर परिसर में परिक्रमा मार्ग के बीच में अवैध रूप से दीवार निर्माण को लेकर उन्होंने नाराजगी व्यक्त कर उसे हटवाने के निर्देश एसडीएम को दिए। उन्होंने कहा कि परिसर में सत्संग भवन, पार्क व कुंड का पुर्न विकास व सौंदर्यीकरण कराया जाएगा।


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