सूर्य के तेवर देख घरों से नहीं निकल रहे लोग
बहजोई जहां पूरा देश कोरोना वायरस से बचने के लिए जंग लड़ रहा हैं। ऐसे में गर्मी ने भी अपना रोद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है।
बहजोई: जहां पूरा देश कोरोना वायरस से बचने के लिए जंग लड़ रहा हैं। ऐसे में गर्मी ने भी अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। आज सुबह से ही गर्मी की तपिश से पंखे बेअसर हो गए हैं। लोगों का कहना है कि विगत तीन दिनों में पंखे गर्म हवा दे रहे हैं।
दोपहर के समय गर्मी का प्रभाव इतना बढ़ जाता है कि भीड़ से गुलजार रहने वाली सड़कें भी सूनी हो जाती हैं। समय के साथ मौसम में आए बदलाव से लोग हलकान हैं। सूर्य देवता का प्रकोप दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। लोग गर्मी से बचने के लिए शरीर को ढककर निकलने लगे हैं। ताकि धूप के प्रकोप से बचा जा सके। चेहरे को कपड़े से ढकने के साथ ही हाथों को भी ढककर चलने का चलन बढ़ गया है। शाम को उमस के साथ बिजली कटौती का क्रम लोगों को परेशान करने लगा है। सूर्यदेव की तपिश से सर्वाधिक परेशानी का सामना दुपहिया वाहन चालकों को करना पड़ रहा है। कोरोना वायरस के चलते चल रहे लॉकडाउन में अपनी जरूरतों का सामान लेने के लिए मजबूरन घर से निकल रहे लोगों को सूर्य की तपिश के साथ चलने वाली धूल भरी हवाएं दोपहिया वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बन रही हैं। हवाओं के साथ उड़ने वाली धूल के कारण लोग आंखों की सुरक्षा को लेकर परेशान हो जाते हैं। गर्मी का प्रभाव बढ़ने के साथ ही लोगों ने एक तरफ रखे कूलरों पर रंगरोगन करवा कर उन्हें मोर्चे पर लगा दिया है। ताकि दोपहर और रात में चैन की नींद ले सकें। वहीं आर्थिक रूप से सक्षम तमाम लोग गर्मी से निजात पाने को एसी की हवा खाने लगे हैं। गर्मी का प्रकोप यदि इस प्रकार बढ़ता रहा तो लोगों का दिन चैन और रात को चैन की नींद लेना मुहाल हो जाएगा।