नवमी पर श्रद्धालुओं ने मंदिर व घरों में की पूजा अर्चना
सम्भल नवरात्र की नवमी पर मां दुर्गा के नौवें स्वरूप मां सिद्धादात्री की पूजा अर्चना करने के लिए मंदिरों में लोगों की भीड़ उमड़ी।
सम्भल: नवरात्र की नवमी पर मां दुर्गा के नौवें स्वरूप मां सिद्धादात्री की पूजा अर्चना करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिरों में उमड़ी। श्रद्धालुओं ने विधिवत पूजा व हवन कर कन्याओं को भेजन कराया। इसके बाद व्रत खोले और मां से सुख समृद्धि की कामना की।
नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में पूजा अर्चना करने के लिए सुबह चार बजे से ही मंदिरों में श्रद्धालु पहुंचने शुरू हो गए थे। श्रद्धालुओं ने मंदिर में मां के दर्शन किए और पंचमेवा, दूध, शहद, लौंग, चंदन आदि मां पर चढ़ाए। लोगों ने अपने घरों में पंडित जी को बुलाकर हवन कराए। हवन में आहूति देकर श्रद्धालुओं ने घर में सुख समृद्धि की कामना की। दिन में भी नगर में भजन कीर्तन होते रहे। हयातनगर व घुंघामली स्थित चामुंडा मंदिर में नवमी पर पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं को बारी बारी से मंदिर में प्रवेश कराया। पंडित राधेश्याम श्रीमाली ने बताया कि ब्रह्मा कि नौवी विद्या मां सिद्धधात्री कमला सिंहासन पर विराजमान अष्टभुजा और सुर्वण आभाम प्रकाश वान है। माता के चरणों में सिंह बैठा रहता और माता चार सिंहों के रथ में सवार होकर चलती है। मां सिद्धाधात्री सोम सुधारस महायज्ञ से प्रशन्न होकर अपने भक्तों को चारों पुरुषार्थ प्रदान करती है। अष्टसिद्ध नव निधि की दाता मां सिद्धाधात्री का पूजन यज्ञ करके ही मां दुर्गा स्तवन नवरात्र श्रृंखला का परायण कर साधक उपवास खोलते हैं। मां सिद्धधात्री दया की सागर व ममतमयी है।
----------
मंदिर पर उमड़ा आस्था का सैलाब
बहजोई : नवरात्र के अंतिम दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना करने के लिए मां भगवंत पुर देवी मंदिर परिसर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोग शारीरिक दूरी भूल मां की अराधना में लग गए। नगर के रेलवे रोड स्थित मां भगवंत पुर देवी मंदिर परिसर में तड़के से ही मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना करने वाले श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। जो सुबह आठ बजे तक भीड़ में तब्दील हो गया। लोगों को आधे घंटे के लगभग लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा। श्रद्धालु शारीरिक दूरी का पालन करना ही भूल गए। लोगों ने घरों में कन्या पूजन व अभिनंदन कर आशीर्वाद लिया। वहीं बहुत से लोगों ने विजयदशमी धूमधाम व परंपरागत रूप से मनाई। लोगों ने शस्त्रों का पूजन किया ।