छह माह में खुले स्कूलों में पहले दिन कम रही संख्या
चन्दौसी (सम्भल) कोरोना काल के बीच शिक्षा विभाग की ओर से खोले गए स्कूलों में कक्षा नौ से 12 तक के विद्यार्थियों की पढ़ाई पुन शुरू हुई।
चन्दौसी (सम्भल) : कोरोना काल के बीच शिक्षा विभाग की ओर से खोले गए स्कूलों में कक्षा नौ से 12 तक के विद्यार्थियों की पढ़ाई पुन शुरू हुई। सोमवार को पहले दिन नाम मात्र के ही विद्यार्थी पहुंचे। स्कूलों में गेट पर ही विद्यार्थियों की थर्मल स्क्रीनिग व हाथों को सैनिजाइज किया गया, उसके बाद उनको कक्षाओं में प्रवेश दिया गया। वहीं, उप शिक्षा निदेशक मुरादाबाद ने सभी स्कूलों का निरीक्षण किया और स्कूलों में इंतजाम भी दुरुस्त होने का दावा किया है।
कोरोना के चलते पिछले छह माह से स्कूल बंद थे। शासनादेश के बाद अनलॉक की गाइड लाइन के अनुसार कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुल गए। कई स्कूलों में सुबह 9 से 12 बजे तक प्रथम पाली में कक्षा 9-10वीं के विद्यार्थियों को शिक्षा दी गई। द्वितीय पाली में कक्षा 11-12वीं के विद्यार्थियों को 12 से 3.20 बजे तक शिक्षा दी गई। सात महीने में खुले स्कूलों में पहले दिन स्कूलों में विद्यार्थियों के पहुंचने का सिलसिला सुबह 8 बजे से दोपहर बाद तक चला। कोरोना से बचाव को लिए एहतियात बरती गई। स्कूल गेट पर सबसे पहले बच्चों से अभिभावकों द्वारा स्कूल आने के लिए सहमति पत्र लिया गया। उसके बाद उनके हाथों को सैनिटाइज कराया और थर्मल स्क्रीनिग की गई। उसके बाद स्कूलों में प्रवेश दिया गया। जिसके पास अनुमित नहीं थी उनको प्रवेश नहीं दिया गया। पहले दिन सरकारी व निजी स्कूलों में छात्र- छात्राओं की संख्या बहुत कम रही। नगर के बीएमजी इंटर कालेज की प्रधानाचार्य विमलेश कुमारी ने बताया कि पहले दिन स्कूल खोला गया और बच्चों को दो पालियों में बुलाया गया। जिसमें में सुबह 9 बजे से 12 बजे तक प्रथम पाली में कक्षा -9 व 11 की छात्राएं व दूसरी पाली दोपहर 12:30 से दोपहर 3:20 बजे तक चली जिसमें कक्षा- 11 में 8 छात्राएं कक्षा 12 में 7 छात्राएं आई थीं। वहीं, एसएम इंटर कालेज में प्रथम पाली में कक्षा- 9 में 25 छात्र व कक्षा 10 में 9 छात्र आए। दूसरी पाली में कक्षा 11 में 47 व कक्षा 12 में 13 छात्र आए। वहीं सिल्वर स्टोन इंटर कालेज में कक्षा 9 में 15, कक्षा 10 में 15 तथा कक्षा 11 में 6 व कक्षा 12 में 8 छात्र छात्राएं आईं। इसी प्रकार अन्य स्कूलों में बच्चों की संख्या कम रही। सभी छात्र छात्राओं को कक्षाओं में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए बैठाया गया। उधर, विद्यार्थियों ने कहा कि महीनों में बाद स्कूल में आकर अच्छा लग रहा है। उधर, उप शिक्षा निर्देशक मुरादाबाद ज्योति प्रकाश ने सभी स्कूलों का भ्रमण करके कोरोना से बच्चों के बचाव व सुरक्षा को किए गए बंदोबस्त का निरीक्षण किया गया। बिना अनुमति पत्र के नहीं दिया प्रवेश
कोरोना महामारी के चलते सुरक्षा व बचाव को लेकर स्कूल वालों ने पूर्व में ही बच्चों को स्कूल भेजने के लिए अभिभावकों की अनुमति के सहमति पत्र दिए थे। स्कूल खुलने पर पहले दिन स्कूलों में उन्हीं छात्र छात्राओं को स्कूल में प्रवेश दिया गया जो घर से अभिभावकों की उनकी अनुमति का सहमति पत्र भरकर लाए थे।