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मोहम्मद साहब ने चलाया बेटी बचाओ आंदोलन

सम्भल जुमे की नमाज को अदा करने लेकर सपाई पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से मिले जहां पर उन्होंने मस्जिद में एक साथ नमाज पढ़ने से पुलिस कर्मियों द्वारा रोकने पर एतराज किया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 31 Oct 2020 12:26 AM (IST)Updated: Sat, 31 Oct 2020 12:26 AM (IST)
मोहम्मद साहब ने चलाया बेटी बचाओ आंदोलन
मोहम्मद साहब ने चलाया बेटी बचाओ आंदोलन

सम्भल: शहर में ईद मिलादुन्नबी के मौके पर जलसे का आयोजन किया गया। जलसे में महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार एवं खराब व्यवहार की कड़ी निदा की गई।

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शुक्रवार को नगर के मोहल्ला उसमां सराय में जलसे का आयोजन किया गया। जहां पर मुफ्ती सलमान कासमी ने कहा कि इस्लाम में औरत और मर्द को बराबर का हक दिया गया है। मुहम्मद साहब (स.) ने 14 सौ वर्ष पूर्व ही बेटी बचाओ आंदोलन चलाया था। कासमी ने कुरआन पाक एवं हदीस का हवाला देते हुए कहा कि इस्लाम में औरत और मर्द को जोड़ा बताया गया है। औरत ही मर्द को बुराई के रास्ते पर जाने से बचाती है। उन्होंने कहा कि इस्लाम में बेटियों को मारना व जमींदोज कर देना हराम है। बेटियां ही मां-बाप को दोजख में जाने से रोकती हैं। साथ ही बताया कि इस्लाम में हर एक इंसान बराबर का हक रखता है। इसमें ऊंच-नीच का कोई स्थान नहीं है। सभी एक ही सफ में खड़े होकर नमाज अदा करते हैं। यहां पर यह नहीं देखा जाता है कि वह अमीर है या गरीब। ऊंचा वह है जो ईश्वर के करीब है। जलसे के दौरान सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि औरतों के पर्दे में रहने की बात सभी धर्म में है। औरतों का पर्दा सुरक्षा का बहुत बड़ा स्तंभ है। उन्होंने कहा कि औरतों पर अत्याचार कहीं से भी जायज नहीं है।


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