मौलानाओं ने लिया निर्णय, कोविड के कारण नहीं निकालेंगे ईद मिलादुन्नबी का जुलूस
सम्भल अन्जुमन शाहे बरकात सरायतरीन-सम्भल की जरूरी बैठक गुरुवार को बिस्मिल्लाह मस्जिद मंगल पुरा सरायतरीन में आयोजित की गई।
सम्भल : अन्जुमन शाहे बरकात सरायतरीन-सम्भल की जरूरी बैठक गुरुवार को बिस्मिल्लाह मस्जिद मंगल पुरा सरायतरीन में आयोजित की गई। बैठक का मुख्य विषय ईद मीलादुन्नबी का आयोजन रहा। सभी मौलानाओं ने आपस में विचार विमर्श के उपरांत निर्णय लिया कि कोरोना के कारण इस बार जुलूस नहीं निकाला जाएगा। बैठक मौजूदा इमाम ईदगाह सम्भल ह•ारत मौलाना सुलैमान अशरफ साहब की सदारत व हजरत मुफ्ती जाहिद अली साहब सलामी की सरपरस्ती में हुई।
उलमाओं ने कोरोना वायरस को देखते हुए इस बार अमन व शांति के दूत पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्म दिवस (30 अक्टूबर) के उपलक्ष्य में निकलने वाला जुलूस-ए-मोहम्मदी इस वर्ष नही निकालने का फैसला लिया। अन्जुमन शाह बरकात के अध्यक्ष शफ़ीकुर्रहमान बरकाती ने बताया कि गत 50 वर्षों से पैगंबर ह•ारत मोहम्मद साहब के जन्म दिवस के मौके पर हर साल जुलूस सराय तरीन में निकाला जाता है। इस साल हमारे मुल्क सहित पूरी दुनिया कोरोना से ग्रस्त है इसलिए इंसानी जानों की हिफ़ा•ात करते हुए अपने-अपने घरों पर इबादत व दुआ, नात, व सलातो सलाम का एहतेमाम किया जाएगा। ह•ारत मुफ्ती •ाहिद अली साहब सलामी ने कहा सम्भल की जनता के स्वास्थ्य एवं हित के देखते हुए जुलूस मोहम्मदी नहीं निकाला जायेगा।
बैठक में मुफ्ती महबूब मिसबाही, मौलाना आदिल मिसबाही, मौलाना फैजान अशरफ, कारी राशिद अली, मौलाना जुबैर मिसबाही, मौलाना आलिम र•ा, मौलाना वसीम अकरम, कारी असगर अली, हाफिज जाहिद, हाफिज आरिफ, हाफिज रिजवान बरकाती, मास्टर नासिर अली खां, यूनुस चिश्ती, हाफिज अफजाल बरकाती, इकबाल सैफी, आ•ामि सैफी, तौकीर आलम सैफी, जुबैर सैफी, शाहनवाज बरकाती, इम्तियाज बरकाती, मेम्बर इरफान, वामिक बरकाती, हाजी मकबूल, आफ्ताब बरकाती, इंते•ार कादरी, आफाक नौशाही, हाजी तनवीर अत्तारी,हाफिज रईस बरकाती, जैद रजा अय्यूबी मुख्य रूप से शरीक रहे ।
---
यह लिया निर्णय
- आशिकाने रसूल सललल्लाहो अलैह वसल्लम ईद मीलादुन्नबी 30 अक्टूबर के दिन सुबह 8 बजे से 10 बजे तक कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए मास्क लगाकर अपनी मस्जिद एवं घरों में दुरूद पाक, नात ख्वानी व दीगर •ाक्रि व अ•ाकार में अपना वक्त गुजारेंगे। इसके साथ ही अपने नबी की गुलामी का सबूत पेश करें।
- काइदे जुलूस कारी राशिद अली रि•ावी ने कहा कि तमाम आशिकाने मुस्तफा अपने अपने घरों पर इस्लामी परचम बुलंद करें और चिरागां करें ।