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देवोत्थान एकादशी से शुरू हुए मांगलिक कार्य, खूब बिके गन्ने

चन्दौसी: मंगलवार को नारायण भगवान चार महीने के बाद शयन से जाग गए। देवोत्थान एकादशी व तुलसी वि

By JagranEdited By: Published: Tue, 31 Oct 2017 11:56 PM (IST)Updated: Tue, 31 Oct 2017 11:56 PM (IST)
देवोत्थान एकादशी से शुरू हुए मांगलिक कार्य, खूब बिके गन्ने
देवोत्थान एकादशी से शुरू हुए मांगलिक कार्य, खूब बिके गन्ने

चन्दौसी: मंगलवार को नारायण भगवान चार महीने के बाद शयन से जाग गए। देवोत्थान एकादशी व तुलसी विवाह भी मनाया गया। इसी के साथ सभी शुभ मांगलिक कार्य शुरू हो गए। इस मौके पर घरों में पूजा की गई। बाजारों में गन्ने भी खूब बिके।

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ऐसी मान्यता है कि आषाढ़ शुक्ल हरिशयन एकादशी वाले दिन भगवान नारायण चार माह के लिए शयन करने चले जाते हैं और करमा एकादशी वाले दिन भगवान करवट लेते हैं जबकि प्रबोधनी या देवोत्थान एकादशी के दिन शयन से जागते हैं। इन चार महीनों में ¨हदू कोई भी शुभ मांगलिक कार्य नहीं करते हैं। प्रबोधनी एकादशी ही तुलसी विवाह का दिन है। इस मौके पर पीर मुहल्ला स्थित श्री मदनमोहन जी महाराज मंदिर पर सालिगराम व तुलसी विवाह संस्कार कराया गया। बारात पीर मुहल्ले से सीता आश्रम रोड होते हुए इस्लामनगर रवाना हुई। बारात में श्रद्धालु श्रद्धापूर्वक उत्साह के साथ शामिल हुए। इस मौके पर पं. सत्यप्रकाश मिश्रा, बद्रीविशाल, अजय शर्मा, विपिन, ज्योति बाबू, योगेश चौहान, अमित ¨सह, अमित अग्रवाल आदि रहे।


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