शबरी के प्रेम में भगवान श्रीराम ने खाए जूठे बेर
बहजोई (सम्भल) श्रीरामलीला कमेटी द्वारा आयोजित 121वें वार्षिकोत्सव के अवसर पर रजपुरा में गुरुवार की रात को शबरी मिलन सुग्रीव-राम मित्रता का मंचन किया गया।
बहजोई (सम्भल) : श्रीरामलीला कमेटी द्वारा आयोजित 121वें वार्षिकोत्सव के अवसर पर रजपुरा में गुरुवार की रात को शबरी मिलन, सुग्रीव-राम मित्रता का मंचन किया गया। भगवान श्रीराम के प्रति शबरी के प्रेम और भक्ति को देख दर्शक भाव विभोर हो उठे।
महोत्सव के रंगमंच से कलाकारों ने दिखाया कि शबरी अपनी लगन में लगी प्रभु राम के आने का इंत•ार करती है। श्रीराम लक्ष्मण के साथ शबरी के आश्रम में पहुंचते हैं, जहां पर शबरी प्रेम में भगवान को अपने जूठे बेर खिलाती है। लक्ष्मण झूठे बेर को खाने के बजाए नजरें चुराकर इन्हें फेंक देते हैं। उसके बाद राम और लक्ष्मण किष्किन्धा पर्वत पर पहुंचते हैं, जहां पर उनकी मित्रता सुग्रीव से होती है। सुग्रीव राम को बताते हैं कि उसके भाई बाली ने किस तरह से उसके राज्य को हड़प लिया है। साथ ही उसकी पत्नी को भी अपने साथ रख लिया। इस पर श्रीराम सुग्रीव को उसका राज्य दिलाने का आश्वासन देते हैं। सुग्रीव भी राम को उनकी पत्नी सीता को तलाशने में अपनी सेना को लगाने की बात कहते हैं। इस दौरान प्रबंधक सुरेंद्र कुमार, अनिल कुमार गोयल, शिवभक्त शर्मा, शिवाकर शर्मा, शैलेश वाष्र्णेय, सौरभ गुप्ता, सुनील यादव, दुर्गेश यादव आदि रहे।