रविदास जयंती के उपलक्ष्य में कीर्तन दरबार सजाया और लंगर लगाया
शहर के कोट पूर्वी स्थित गुरुद्वार में महान योगी और ज्ञानी रविदास जयंती बड़ी उत्साह और भक्ति भावना के साथ मनाई। सुबह सुखमनो सहिब पाठ से पहले कीर्तन दरबार सजाया गया। संत रविदास जयंती के उपलक्ष्य में बडी संख्या में भक्तों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम के बाद सेवादारों ने सभी भक्तों को लंगर लगाकर प्रसाद ग्रहण कराया। इसी के साथ सभी सेवादारों ने ज्ञानी संत रविदास का आशीर्वाद प्राप्त किया।
सम्भल: कोट पूर्वी स्थित गुरुद्वारा में महान योगी और ज्ञानी रविदास जयंती बड़ी उत्साह और भक्ति भावना के साथ मनाई। सुबह सुखमनी सहिब पाठ से पहले कीर्तन दरबार सजाया गया। संत रविदास जयंती के उपलक्ष्य में बड़ी संख्या में भक्तों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।
खालसा गुरमत विद्यालय गजरौला के रागी जत्थे ने गुरु रविदास के जीवन पर गुरुवाणी कीर्तन कथा से संगत को निहाल किया। ज्ञानी किशन ¨सह ने भी रविदास के जीवन पर कथा विचारों से प्रकाश डाला जो भगत जी की वाणी से गुरु ग्रंथ साहिब में दर्ज है। महिला सुखमनी सोसाइटी की ओर से सुरेंद्र कौर, मोहन कौर, सोनिया मदान, रितु गांधी ने अपने जत्थे के साथ गुरु वाणी शब्द सुनाकर समा बांधा। आनंद साहिब का पाठ अरदास हेड ग्रंथी द्वारा की गई। इसी के साथ रविदास जयंती की बधाई दी। जिससे रविदास जयंती के उपलक्ष्य में सभी भक्तों को अटूट लंगर लगाकर प्रसाद वितरण किया गया। सेवादारों में हरदीप ¨सह, कुलदीप ¨सह, सतपाल ¨सह, हरज्ञान ¨सह, रामपाल ¨सह, मुन्ना लाल, विनोद, भीकम ¨सह, गुरविन्दर ¨सह, श्याम लाल, रंजीत ¨सह, गंगा बिशन, सुरजीत ¨सह, धर्म ¨सह आदि रहे।