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मेरठ से चलता है मानव की तस्करी का हाईप्रोफाइल रैकेट

शिव नारायण बहजोई मानव तस्करी में गिरफ्तार महिला नजमा ने पुलिस को बताया कि उसका संपर्क मुरादाबाद स्थित इस गैंग के महिला सदस्य से है जो कि समय-समय पर महिलाओं की सप्लाई करती है और प्रत्येक महिला की बिक्री पर 10 हजार देती है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Oct 2020 12:46 AM (IST)Updated: Fri, 16 Oct 2020 12:46 AM (IST)
मेरठ से चलता है मानव की तस्करी का हाईप्रोफाइल रैकेट
मेरठ से चलता है मानव की तस्करी का हाईप्रोफाइल रैकेट

शिव नारायण, बहजोई : मानव तस्करी में गिरफ्तार महिला नजमा ने पुलिस को बताया कि उसका संपर्क मुरादाबाद स्थित इस गैंग के महिला सदस्य से है जो कि समय-समय पर महिलाओं की सप्लाई करती है और प्रत्येक महिला की बिक्री पर 10 हजार देती है। सौदे की रकम वह हमेशा रोड पर मिलकर लेती है। मुरादाबाद में मौजूद इस महिला का सीधा कनेक्शन मेरठ में बैठी इस गैंग की मुख्य सरगना एक महिला से है जो हाईप्रोफाइल रैकेट चलाते हुए कम उम्र की लड़कियों से लेकर उम्र दराज महिलाओं की खरीद-फरोख्त करती है, जिन्हें या तो बंगाल या बिहार से बहला-फुसलाकर लाया जाता है या फिर ऐसे स्थानों से खरीदा जाता है जहां वे दलदल में फंसी होती है या अपने परिवार से बिछड़ चुकी होती हैं। इतना ही नहीं दावा किया गया है कि ऐसे परिवार वाले भी अपनी मासूम बेटियों को इस गैंग के सदस्यों को मोटे लालच में आकर बेच देते हैं जिन्हें अपनी बेटी की शादी के लिए ना तो कोई खर्च करना पड़ता है और ना ही दहेज देना पड़ता है। पुलिस के द्वारा मोबाइल से व्हाट्सएप से मिले साक्ष्यों से पता चलता है कि मेरठ में मौजूद मुख्य सरगना महिला के द्वारा हाई प्रोफाइल लड़कियों के फोटो भेजे जाते हैं, जिनकी कीमत 40 हजार रुपये से लेकर एक लाख, डेढ़ लाख और दो लाख या इससे भी अधिक। जिस रकम के साथ ग्राहक से सौदा हो जाए उस रकम में बेच देते हैं। बहजोई पुलिस को महिलाओं के खरीद-फरोख्त के मामले में कुछ वीडियो के अलावा ऑडियो कॉल रिकॉर्ड भी मिले हैं जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। यह भी डबल कमाई का धंधा

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पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार एक सदस्य ने बताया कि वह महिलाओं को इस प्रकार ट्रेंड करते हैं कि महिला को संबंधित खरीददार उसी की जाति का बताया जाता है और 40 से 50 हजार में बेचे जाने के बाद वह उस व्यक्ति के घर रुकती है। एक सप्ताह तक रुकने के बाद वह वहां से जेवर और अन्य सामान लेकर फरार हो जाती है जिसके बाद उन्हें उसी गैंग के लिए काम करने लगती है। इस प्रकार से तस्करी करने वालों को दुगना फायदा होता है। पुलिस की रडार पर मेरठ की सरगना

दिल्ली, एनसीआर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बागपत, मेरठ, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद और सम्भल जैसे जिलों में अपने धंधे में पैर पसार चुके मानव तस्करी की इस गैंग की मुख्य सरगना मेरठ की रहने वाली है जो किसी से मिलती नहीं है और फोन के जरिए अपने बिचौलियों के माध्यम से खरीद-फरोख्त कराती है। बहजोई पुलिस को इसके संबंध में जरूरी साक्ष्य मिल गए हैं। अब पुलिस को इस महिला की तलाश है। इसके लिए टीम गठित कर दी गई है, साथ ही गिरफ्तार महिला का न्यायालय से पुलिस हिरासत का रिमांड भी लिया जाएगा, जिसकी निशानदेही पर अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया जा सके। मां की करतूतों से जेल में गुजरेगा मासूम बचपन

महिलाओं को बेचने के मामले में बहजोई पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किए गए तीनों सदस्यों में से एक दंपती है, जिस पर ढाई साल का मासूम है। गिरफ्तार महिला के परिवार या रिश्तेदार से संपर्क नहीं हुआ है, जिसके चलते मासूम किसके सुपुर्द किया जाए? इसके लिए पुलिस में असमंजस बना हुआ है। हालांकि, मासूम को महिला के साथ न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है। महिला ने मासूम को अपने ही साथ रखने की मांग की है, जिसके चलते उसकी करतूतों के वजह से अब मासूम को भी जेल में रहना पड़ सकता है। मुखबिर की सूचना पर बहजोई पुलिस के द्वारा मानव तस्करी के संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें एक दंपती शामिल है। मानव तस्करी की अंतरराज्यीय गैंग की अन्य सदस्यों की तलाश के लिए पुलिस न्यायालय से इनकी की रिमांड लेगी, जिसके बाद पूरे रैकेट का पर्दाफाश किया जाएगा। फिलहाल, इनके पास से दो महिलाओं को छुड़ाया गया है। अन्य की तलाश जारी है।

- यमुना प्रसाद पुलिस अधीक्षक, सम्भल।


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