गुरु नानक देव के प्रकाशोत्सव पर निकाली शोभायात्रा
शोभायात्रा का स्वागत किया। शोभायात्रा में उत्तराख्ण्ड के गदरपुर व मुरादाबाद से आई गतका पार्टी ने हैरतगंज करतब दिखाकर लोगों में आश्चर्य चकित कर दिया। डीजे अपनी फिल्मी धुने बिखेरता चल रहा था। नन्हे मुन्ने बच्चे हिन्दू, मुस्लिम, सिख व ईसाई धर्म का प्रतीक चिन्ह हाथों में लिए बच्चे एकता का संदेश दे रहे थे।
चन्दौसी : सिखों के प्रथम गुरु नानक देव जी का प्रकाशोत्सव मंगलवार को गुरुद्वारा श्री गुरु ¨सह सभा के तत्वावधान में धूमधाम के साथ मनाया गया। परंपरागत ढंग से शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इसमें गुरुनानक देव जी से लेकर गुरु गो¨वद ¨सह महाराज की झांकियां शामिल थीं। पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी, पंच प्यारे के साथ रंगीला पंजाब का भंगड़ा पार्टी और उझानी की एलओसी पार्टी आकर्षण का केंद्र रहे। महिलाएं कीर्तन कर गुरु का गुणगान कर रही थी। शोभायात्रा का जगह जगह लोगों ने जलपान से स्वागत किया। शोभायात्रा के साथ भारी पुलिस बल तैनात रहा।
गुरुद्वारे से निकली गई शोभायात्रा आजाद रोड गुरुद्वारे से दोपहर को शुरु हुई जो फव्वारा चौक, कोतवाली रोड, रामस्वरुप रोड, सम्भल गेट, लाठी बाजार, घंटाघर, फड़याई बाजार, घास मण्डी, बड़ा बाजार, मुरादाबाद गेट, फव्वारा से वापस गुरुद्वारा साहिब पहुंची। शोभायात्रा में सबसे आगे धार्मिक प्रतीक निशान साहिब सिख लेकर चल रहे थे। कई वाहनों पर गुरुनानक जी, गुरु अर्जुन देव जी, गुरु गो¨वद ¨सह आदि की तस्वीरें आकर्षक ढंग से सजाई गई थी। पीले वस्त्र धारण किए, हाथों में तलवार लिए पंच प्यारे हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच रहे थे। बैंडवाजे के साथ निकली शोभा यात्रा में शामिल सिक्ख समुदाय के लोग ऊंचा दर बाबे नानक दा, तेरी जय हो, सब ते बड्डा सतगुरु नानक, जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल आदि का जयघोष कर रहे थे। शोभायात्रा में वाहे गुरु का गुणगान करते हुए विभिन्न रूपों में सजे बच्चे मनमोह रहे थे। रास्ते में कई जगह लोगों ने फूलों की वर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया। शोभायात्रा में उत्तराखण्ड के साथ मुरादाबाद के अखाड़े के युवा सिर व हाथ पर ईंटों को हथौड़े से तोड़ना, आंख पर पट्टी बांध कर फलों को काटना, तलवार बाजी, हाथों से चकई घुमाते हुए, बाइक को अखाड़े के युवाओं के ऊपर से उतारने के करतब दिखा रहे थे। डीजे अपनी धुनें बिखेरता चल रहा था। नन्हें मुन्ने बच्चे हिन्दू, मुस्लिम, सिख व ईसाई धर्म का प्रतीक चिह्न हाथों में लिए बच्चे एकता का संदेश दे रहे थे। उझानी की एलओसी पार्टी लोगों के अंदर देशभक्ति का जज्बा पैदा कर रही थी। सबसे पीछे श्री गुरु ग्रंथ साहब जी का ¨सहासन चल रहा था। जिसको फूलों से सजाया गया था। उसके आगे युवा पंच प्यारे बोले सो निहाल सत श्री अकाल के जयकारे लगा रहे थे। उसके आगे सफाई करतीं युवतियां व युवा सेवा करते चल रहे थे। अन्त में ¨सहासन के पीछे महिलाएं गुरुवाणी कीर्तन गायन करती चल रही थीं। शोभायात्रा के मद्देनजर पुलिस बल मौजूद रहा।
शोभायात्रा में सभा के प्रधान सरदार गोपाल ¨सह, सरदार गुरुबख्श ¨सह, महेन्द्र पाल ¨सह, अर्जुन ¨सह, अवतार ¨सह,जोगेंद्र ¨सह कालडा, सरदार स्वर्ण ¨सह,सरदार गुरुशरण ¨सह,सरदार नरेन्द्र ¨सह,सरदार हरमीत ¨सह, दीपक सहगल,सरदार मनदीप ¨सह, अमरजीत कौर, दिलीप कौर, हर¨वदर कौर, गुरचरण कौर, सुरजीत कौर, जु¨गदर कौर सुनील कुमार, जसबन्त ¨सह, मंदीप ¨सह, सरदार हरबिन्दर ¨सह लक्की, सरदार सिन्दर ¨सह आदि का सहयोग रहा।