प्रदूषित पानी पीने को मजबूर किसान
चन्दौसी: बबराला क्षेत्र के लोग कैमिकल युक्त प्रदूषित पानी पीने के लिए मजबूर हैं। किसानों में बीम
चन्दौसी: बबराला क्षेत्र के लोग कैमिकल युक्त प्रदूषित पानी पीने के लिए मजबूर हैं। किसानों में बीमारियों के फैलने का भय बना हुआ है। भारतीय किसान यूनियन (असली) ने किसानों की समस्याएं गिनाते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप समस्या समाधान की मांग की है।
ज्ञापन सौंपने के दौरान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी हरपाल ¨सह ने कहा कि सरकार द्वारा मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1700 रुपये कुंतल घोषित किया गया है लेकिन सरकार द्वारा कोई भी क्रय केंद्र न खोलने के कारण किसान मंडियों में मक्का 1000 से 1200 रुपये प्रति कुंटल बेचने को मजबूर है। रिजर्व ऑफ इंडिया के निर्देशानुसार किसानों के किसी भी प्रकार के लोन पर चक्रवृद्धि ब्याज लगाने का प्रावधान नहीं है। फिर भी बैंकों द्वारा चक्रवृद्धि ब्याज वसूल किया जा रहा है। गन्ना केन एक्ट में यह प्रावधान है कि यदि कोई मिल 15 दिन में भुगतान न करे तो उसे 15 प्रतिशत ब्याज लगाकर भुगतान देना होगा, जबकि ऐसा नहीं हो रहा है।
बबराला की फैक्ट्री द्वारा कैमिकल युक्त पानी बोर हाल करके जमीन के अंदर डाला जा रहा है, जिससे क्षेत्र के दर्जनों गांव के लोगों को प्रदूषित पानी पीना पड़ रहा है। जिससे कभी भी भयंकर बीमारी उत्पन्न हो सकती है। भाकियू (असली) के पदाधिकारियों ने कहा कि उक्त समस्या का समाधान पांच सितंबर तक नहीं किया गया तो छह सितंबर से आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में हरपाल ¨सह, राजपाल ¨सह यादव, रिषभ चौधरी, ऋषिपाल ¨सह, दीपक शर्मा आदि मौजूद रहे।