Move to Jagran APP

स्कूल-कालेजों में साइबर अपराध को लेकर जागरूक कर रही पुलिस

जेएनएन बहजोई डिजिटल माध्यम से आनलाइन खरीदारी या बिक्री की बात हो या फिर अलग-अलग लिक क्यू आर कोड बारकोड और विभिन्न ऐप से धनराशि स्थानांतरण करने के तरीके। इन सभी में साइबर अपराधी लगातार सेंध लगा रहे हैं। जिन से निजात पाने के लिए जागरूकता अभियान चलाते हुए जिले की पुलिस अलख जगा रही है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Oct 2021 12:59 AM (IST)Updated: Wed, 20 Oct 2021 12:59 AM (IST)
स्कूल-कालेजों में साइबर अपराध को लेकर जागरूक कर रही पुलिस
स्कूल-कालेजों में साइबर अपराध को लेकर जागरूक कर रही पुलिस

जेएनएन, बहजोई: डिजिटल माध्यम से आनलाइन खरीदारी या बिक्री की बात हो या फिर अलग-अलग लिक, क्यू आर कोड, बारकोड और विभिन्न ऐप से धनराशि स्थानांतरण करने के तरीके। इन सभी में साइबर अपराधी लगातार सेंध लगा रहे हैं। जिन से निजात पाने के लिए जागरूकता अभियान चलाते हुए जिले की पुलिस अलख जगा रही है। जिसमें बीट सिपाहियों के अलावा संभ्रांत लोगों ग्राम प्रधानों और चौकीदारों की मदद ली जा रही है। सबसे अधिक जागरूकता अभियान स्कूल कालेजों के माध्यम के साथ-साथ इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म से किया जा रहा है। जिसमें साइबर सेल के द्वारा जारी की गई एडवाइजरी के जरिए सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।

loksabha election banner

बढ़ते साइबर अपराधों को लेकर डीजीपी की ओर से निर्देश जारी हुए हैं। जिसके तहत जिले की पुलिस के द्वारा भी अब इससे बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। पुलिस इंटरनेट मीडिया पर होने वाली साइबर ठगी और उससे होने वाले नुकसान के अलावा उनके प्रयोग को लेकर जानकारी दे रही है। जिससे कि लोग आनलाइन भुगतान करते समय या फिर खरीदारी करते समय साइबर ठगी से बच सकें। जिले के सभी थानों की पुलिस के द्वारा नगरीय और ग्रामीण इलाकों में गोष्ठियों का आयोजन करते हुए उन्हें बचाव के तरीके बताए जा रहे हैं स्कूल और कालेजों में छात्र-छात्राओं से संवाद करते हुए इंटरनेट मीडिया का सुरक्षित उपयोग कैसे करें, तमाम बिदुवार समस्याओं और उनके समाधान के साथ-साथ तत्कालिक मदद के बारे में बताया जा रहा है।

------------

-जागरूकता और जानकारी के अभाव में शिकार हो रहे लोग

बहजोई: पुलिस अधीक्षक की मानें तो साइबर अपराधी नई-नई तकनीक अपनाते हुए ठगी को अंजाम दे रहे हैं। जिसमें लोगों को जागरूकता का अभाव उन्हें आसानी से शिकार बना लेता है। अगर डिजिटल भुगतान करने वाले मोबाइल उपभोक्ता ओटीपी, एटीएम कार्ड नंबर, सीवीवी नंबर के अलावा अन्य क्यू आर कोड, बारकोड को सुरक्षित तरीके से चलाएंगे तब इससे बचा जा सकता है।

साइबर अपराध का शिकार होने पर यहां करें शिकायत

इन तमाम सावधानियों के बावजूद अगर आप साइबर अपराध के शिकार हो जाते हैं। तो तत्काल साइबर सेल में टोल फ्री नंबर 155250 पर इसकी शिकायत करें या फिर संबंधित क्षेत्र के थानाध्यक्ष के सीयूजी नंबर पर फोन कर सूचना दें। पुलिस सक्रिय हो जाएगी। 24 घंटे के अंदर शिकायत करने पर ठगी की गई धनराशि वापस हो सकती है।

बढ़ते साइबर अपराध को लेकर हम जागरूकता अभियान चला रहे हैं। इसके लिए पंपलेट, पोस्टर, बैनर इत्यादि को वितरित करते हुए सार्वजनिक स्थलों पर भी लगाया जा रहा है। लोगों को इससे बचाव की जानकारी दी जा रही है। स्कूल-कालेजों में छात्र-छात्राओं को जागरूक किया जा रहा है। - कुलदीप सिंह, प्रभारी साइबर सेल।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.