चन्दौसी से जुड़ी हैं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की यादें
चन्दौसी : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की यादें जनपद सम्भल के चन्दौसी से जुड़ी हैं। उनक
चन्दौसी : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की यादें जनपद सम्भल के चन्दौसी से जुड़ी हैं। उनका दो बार चन्दौसी में आगमन हो चुका है।
वरिष्ठ भाजपा नेता राजीव लोचन शर्मा ने पुरानी यादें ताजा करते हुए बताया कि वर्ष 1980 में जब भाजपा की सरकार नहीं थी तब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एमएम कॉलेज के मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करने आए थे। इस जनसभा का मैं स्वयं संचालन कर रहा था। उस समय सम्भल जनपद की लोकसभा मुरादाबाद लगती थी। लोकसभा के चुनाव चल रहे थे। उस समय संसद में भी भाजपा के सिर्फ दो ही सांसद थे। तब अपने भाषण में पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा था कि संसद में हमारे सिर्फ दो ही सदस्य हैं। संसद में हमें ऊपर उठना है। अन्य पार्टियों के सदस्यों को संसद से बाहर करना है। संसद में अपनी पार्टी के सदस्यों की संख्या बढ़ानी है। हमें यानि पार्टी को तो निश्चित रूप से ऊपर उठना ही है। इसके अलावा 1971-80 के बीच वह पाटिया बाजार में किसी घर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने भी आए थे। उस समय कंपनी बाग स्थित लाला लाजपत राय भवन को भी देखा था। पूर्व प्रधानमंत्री के व्यवहार के कायल हो गए हम
चन्दौसी: नगर के वरिष्ठ भाजपा नेता राजीव लोचन शर्मा ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने देश को जो किया है, उसका पूरा देश ऋणी रहेगा। एम्स में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री की हालत गंभीर होने पर विपक्ष भी उनका हाल लेना पहुंचा है। ये उनके कुशल व्यक्तित्व का प्रमाण है। उन्होंने बताया कि जहां एक ओर पूरा देश उनके व्यवहार का कायल है। वह भी इससे अछूते नहीं है। 1970 के दशक की बात है। जब मैं शहर और कार्यकर्ताओं की समस्याओं को लेकर दिल्ली अटल जी से मिलने गया था। वह तो नहीं मिल सके। उनके सेक्रेटरी को पत्र देकर लौट आया था। तब उस पत्र का अटलजी ने जबाव भी दिया। जबाव में लिखा था कि संदेशों से खेती नहीं होती है, आपको मुझसे मिलना चाहिए। अफसोस की बात है कि आप मुझसे मिलने आये थे और मैं मिल नहीं सका।