Move to Jagran APP

ग्रंथ अपहरण कांड: परिजनों में दहशत, बच्चों का स्कूल जाना किया बंद

ग्रंथ का अपहरण होने के बाद से पूरे मोहल्ले में दहशत का माहौल बना हुआ है। बचे स्कूल जाते वक्त डर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 May 2019 12:30 AM (IST)Updated: Tue, 07 May 2019 12:30 AM (IST)
ग्रंथ अपहरण कांड: परिजनों में दहशत, बच्चों का स्कूल जाना किया बंद
ग्रंथ अपहरण कांड: परिजनों में दहशत, बच्चों का स्कूल जाना किया बंद

चन्दौसी: ग्रंथ का अपहरण होने के बाद से पूरे मोहल्ले में दहशत का माहौल बना हुआ है। बच्चे स्कूल जाते वक्त डर रहे हैं जबकि ग्रंथ के चचेरे तहेरे पंद्रह भाई बहन तो उसी दिन से स्कूल भी नहीं गए हैं। शाम होते ही परिजन बच्चों को घरों में कैद कर लेते है। दिन में भी लगभग सभी घरों के दरवाजे बंद रहते हैं।

loksabha election banner

कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला प्रेमनगर निवासी सुखवीर सिंह के सबसे छोटे बेटे ग्रंथ का गुरुवार सुबह आठ बजे अपहरण कर लिया गया था। उस समय घर पर मासूम और उसकी मां थी। मां पांच मिनट के लिए छत पर कपड़े सुखाने के लिए गई थी, उसी बीच उसका अपहरण किया गया। ्र

पुलिस ने इस मामले में ग्रंथ के पिता सुखवीर की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था तभी से पुलिस शिशु को तलाशने पर लगी हुई है। एसपी यमुना प्रसाद ने शिशु को तलाशने के लिए सीओ पूनम मिश्रा के नेतृत्व में तीन टीमें गठित कर दी हैं। तीनों टीमें मासूम को तलाशने में लगी हुई है। पुलिस ने अभी तक दो लोगों को हिरासत में लिया है जिनसे पूछताछ की जा रही है, लेकिन इतने प्रयास के बाद भी पुलिस अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। पुलिस लगातार इधर-उधर दबिश दे रही है, लेकिन ऐसा कोई क्लू अभी तक पुलिस को नहीं मिला है जिससे पुलिस आरोपितों तक पहुंच पाती।

उधर शिशु के अपहरण के बाद से ही मोहल्ले में दहशत का माहौल है। हालत यह है कि बच्चे अकेले स्कूल जाते हुए भी डर रहे है। इसी के चलते अधिकांश बच्चों के माता पिता उन्हें स्कूल छोड़ने और लेकर आ रहे हैं। साथ ही ग्रंथ के चचेरे तहेरे पंद्रह भाई बहन तो उसी दिन एक बार भी स्कूल नहीं गए हैं।

बिजनौर और अमरोहा के सिपाहियों की मदद ले रही है सम्भल की पुलिस

चन्दौसी: ग्रंथ को तलाशने के लिए पुलिस बाहरी जनपदों के सिपाहियों की भी मदद ले रही है। सम्भल की पुलिस ने बिजनौर और अमरोहा जनपद से कुछ सिपाही चन्दौसी बुला लिए है। जो शिशु को तलाशने में सम्भल की पुलिस की मदद कर रहे हैं। इन सिपाहियों को ऐसे गिरोह को पकड़ने के लिए लगाया गया है जो बच्चों का अपहरण कर बेचने का काम करते है। भले ही पुलिस ने अभी कितने ही प्रयास किए हो, लेकिन अभी भी पुलिस मासूम से काफी दूर है।

करीबियों पर भी पुलिस को शक

चन्दौसी: अपहरण के बाद से अभी तक रुपये की डिमांड न आने के बाद पुलिस को करीबियों पर भी शक होने लगा है। ऐसे में जल्द ही पुलिस कुछ करीबियों को हिरासत में कर पूछताछ कर सकती है। पुलिस का मानना है कि ग्रंथ की मां पांच मिनट के लिए ही छत पर गई थी। उसी समय शिशु का अपहरण हुआ है। ऐसे में जिसने भी शिशु का अपहरण किया है। वह इंतजार कर रहा था कि महिला जब शिशु के पास से हटेगी उसी समय अपहरण किया जाएगा। क्योंकि उसे डर था कि मां के सामने उसके बेटे का अपहरण किया गया तो कहीं वह पहचान न ले।

हिरासत में लिए गए दोनों लोगों को जल्द छोड़ सकती है पुलिस

चन्दौसी: शिशु ग्रंथ के अपहरण के बाद पुलिस ने मोहल्ले के ही दो लोगों को हिरासत में लिया था। हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की गई, लेकिन पूछताछ के बाद उनसे ऐसा कोई क्लू नहीं मिला है जिससे यह स्पष्ट हो सके कि शिशु के अपहरण करने के मामले में इन दोनों का हाथ है। कई दिन तक पूछताछ के बाद पुलिस अब उन्हें छोड़ने का मन बना रही है। जल्द ही उन्हें छोड़ा जा सकता है।

पुलिस हर बिदु पर जांच कर रही है। कुछ लोगों से पूछताछ की गई है, लेकिन अभी तक ऐसा कोई क्लू नहीं मिला है। जिससे आरोपितों तक पहुंचा जा सके। हमारी सभी टीमें लगी हुई है। जल्द ही सफलता मिलने की उम्मीद है।

पूमन मिश्रा, सीओ चन्दौसी

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.