रजपुरा क्षेत्र में गन्ना सर्वे में फर्जीवाड़ा, जांच के आदेश
बहजोई किसानों के गन्ना सर्वे को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आ रहा है जिसमें गन्ना विभाग
बहजोई: किसानों के गन्ना सर्वे को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आ रहा है, जिसमें गन्ना विभाग के द्वारा किए गए इस सर्वे में उन किसानों का भी फर्जी सट्टा कर दिया है, जिनके नाम पर जमीन नहीं है या फिर बिना नाम के हजारों बीघा जमीन पर फर्जी सट्टा है। जिसके आंकड़े गन्ना विभाग की वेबसाइट पर भी प्रदर्शित हो रहे हैं। शिकायत मिलते ही डीएम ने जिला गन्ना अधिकारी को जांच के निर्देश दिए हैं।
गन्ना विकास विभाग की वेबसाइट पर प्रदर्शित आंकड़ों के जरिए ही गन्ना किसानों को उनके सर्वे और सट्टे की जानकारी होती है। उन आंकड़ों पर गौर करें जो डमी किसान अर्थात बिना नाम के किसान के दर्शाए जा रहे हैं, करीब तीन सौ से अधिक गांवों में हुए इस फर्जी सट्टे को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। रजपुरा की गन्ना सहकारी समिति के सर्वे के अंतर्गत 10 हजार से अधिक हेक्टेअर की जमीन पर गन्ने को दर्शाया गया है जिनके किसान का नाम नहीं दर्ज है। भ्रष्टाचार परिषद के सदस्य राजकुमार ने भी इसकी शिकायत डीएम से की है। भाकियू के तहसील अध्यक्ष अमर सिंह राजपूत ने कहा कि बाहरी क्षेत्र का गन्ना इसी चालान पर खरीदा जा रहा है। बरौरा, बहट करन इकौना, बबराला, चाऊपुर, सिकंदरपुर, जिजौड़ा डांडा समेत करीब तीन सौ से अधिक गांवों में फर्जी सर्वे और सट्टा है।
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ऐसे होता है फर्जी सट्टे का प्रयोग
बहजोई: सर्वे के दौरान ऑनलाइन पहले बिना नाम के अलग-अलग गांवों में अधिक से अधिक रखने का फर्जी सट्टा किया जाता है। इसे बाद में जिस गन्ने को बहार से खरीदा जाता है, वहां के किसानों के नाम पर दर्ज कर दिया जाता है, जिन का भुगतान भी इन्हीं गन्ना कृषक कोड पर होता है।
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लखनऊ से मांगी जा रही रिपोर्ट
बहजोई: रजपुरा गन्ना समिति के अंतर्गत गन्ना विकास विभाग में शिकायत के बाद जिला गन्ना अधिकारी से भी रिपोर्ट मांगी गई है। इसके अलावा चालान पर खरीदे जा रहे गन्ने को लेकर भी एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसकी भी रिपोर्ट लखनऊ विभाग के निदेशालय से मांगी जा रही है।
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डीएम ने डीसीओ को दिए जांच के निर्देश
बहजोई: बिना नाम के किए गए फर्जी सट्टे को लेकर डीएम से भी इसकी शिकायत की गई है। जिसके चलते डीएम ने इस मामले में जिला गन्ना अधिकारी को जांच के निर्देश दिए हैं। डीएम के निर्देश मिलते ही जिला गन्ना अधिकारी कुलदीप सिंह गुरुवार को बबराला में जांच करने पहुंचे।
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किसानों का पक्ष-
कोट- मिल द्वारा विभाग के अधिकारियों से सांठगांठ करके बड़े स्तर पर फर्जी सट्टा कराया गया है। इस फर्जी सट्टे के अभिलेख हम वेबसाइट से डाउनलोड कर रहे हैं। इन सभी कोड पर होने वाले भुगतान को लॉक कराने की शिकायत करेंगे।
विजेंद्र सिंह यादव, प्रदेश सचिव, भकियू। -------
कोट-
रजपुरा गन्ना समिति की द्वारा कराए गए सर्वे को लेकर कई शिकायतें मिलीं हैं, जिनकी जांच करने के लिए हम स्वयं बबराला पहुंचे है। कुछ गन्ने की फसल को किसान का नाम नहीं मालूम होने पर डमी नाम पर फीड कर दिया जाता है, जिसे बाद में संशोधित किया जाता है। इसमें जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई होगी।
- कुलदीप सिंह, जिला गन्ना अधिकारी, सम्भल।