सती सुलोचना का मंचन देखकर भावुक हुए दर्शक
बहजोई (सम्भल) रजपुरा में श्रीरामलीला मैदान में आयोजित 121वें महोत्सव के दौरान शनिवार रात्रि रंग मंच से कुंभकरण-मेघनाद वध और सती सुलोचना का सुंदर मंचन किया गया जिसे देखकर दर्शक भावुक हो उठे।
बहजोई (सम्भल) : रजपुरा में श्रीरामलीला मैदान में आयोजित 121वें महोत्सव के दौरान शनिवार रात्रि रंग मंच से कुंभकरण-मेघनाद वध और सती सुलोचना का सुंदर मंचन किया गया जिसे देखकर दर्शक भावुक हो उठे। श्रीरामलीला कमेटी की ओर से दर्शकों को कोरोना के बचाव के लिए सेनेटाइजर और मास्क की व्यवस्था की गई थी।
शनिवार रात्रि रामलीला महोत्सव के दौरान लक्ष्मण शक्ति लगने के बाद कुंभकरण को गहरी नींद से जगाया जाता है। कुंभकरण को रावण सारा वृतांत सुनाता है। कुंभकरण युद्ध में लड़ने के लिए जाता है। राम और कुंभकरण के बीच युद्ध होता है। राम, कुंभकरण का वध कर देते हैं। इसके बाद मेघनाद युद्ध में लड़ने के प्रस्थान करता है। जहां लक्ष्मण और मेघनाथ के बीच में भयंकर युद्ध होता है। लक्ष्मण मेघनाद का वध कर देते हैं। इसके बाद मेघनाद की पत्नी सुलोचना अपने पति का सिर गोद में रखकर सती हो जाती है। इस दौरान कमेटी अध्यक्ष महेशचंद्र गौड़, प्रबंधक सुरेंद्र कुमार, कोषाध्यक्ष सुधीर वाष्र्णेय, शिवभक्त शर्मा, अवधेश गुप्ता, सौरभ गुप्ता, शिवाकर शर्मा, अवनेश वाष्र्णेय, अनिल कुमार आदि रहे।