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जिले के 51 बिजली घरों का होगा कायाकल्प

जेएनएन सम्भल बिजली तारों में फाल्ट या उनके टूटने से आपूर्ति बाधित हो जाती है। मगर कई बार ओवर लोडिग या पुराने उपकरण होने के चलते बिजली घरों में ही फाल्ट हो जाते हैं जिस कारण काफी देर के लिए आपूर्ति ठप हो जाती है। इस स्थिति के समाधान के लिए विभाग की ओर से उपकेंद्रों में लगे उपकरणों को बदला जा रहा है जिससे सुचारू आपूर्ति के दौरान कोई व्यवधान उत्पन्न न हो सके।

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Sep 2021 12:16 AM (IST)Updated: Tue, 28 Sep 2021 12:16 AM (IST)
जिले के 51 बिजली घरों का होगा कायाकल्प
जिले के 51 बिजली घरों का होगा कायाकल्प

जेएनएन, सम्भल : बिजली तारों में फाल्ट या उनके टूटने से आपूर्ति बाधित हो जाती है। मगर कई बार ओवर लोडिग या पुराने उपकरण होने के चलते बिजली घरों में ही फाल्ट हो जाते हैं, जिस कारण काफी देर के लिए आपूर्ति ठप हो जाती है। इस स्थिति के समाधान के लिए विभाग की ओर से उपकेंद्रों में लगे उपकरणों को बदला जा रहा है, जिससे सुचारू आपूर्ति के दौरान कोई व्यवधान उत्पन्न न हो सके।

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बिजली आम जन की जरूरत के साथ ही उनके जीवन का हिस्सा बन गई है। ऐसे में दिन प्रतिदिन उसकी मांग भी बढ़ रही है। मगर कुछ जगह मांग के अनुरूप संसाधनों में किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया गया है, जिस कारण आपूर्ति में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। मगर अब आने वाले समय में आपूर्ति में सुधार हो और उसे सुचारू बनाए रखने में किसी प्रकार का व्यवधान न हो इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है, जिससे उपभोक्ताओं को कटौती मुक्त बिजली आपूर्ति हो सके। इसके लिए विभाग की ओर से जिले में स्थित 51, 33 केवीए क्षमता वाले बिजली उपकेंद्रों के कायाकल्प को प्रस्ताव तैयार मुख्यालय को भेजा है। इस प्रस्ताव में कंट्रोल पैनल, बैटरी चार्जर, आइसोलेटर समेत अन्य सामान को बदला जाएगा। विभाग की माने तो इस प्रस्ताव को मुख्यालय की ओर से केंद्र को भेजा जाएगा, जिससे जल्द से जल्द बजट आवंटित हो सके और कार्य को पूर्ण रूप देते हुए इन उपकेंद्रों का कायाकल्प कराया जा सके। 51 उपकेंद्रों में बदले जाएंगे 390 कंट्रोल पैनल

सम्भल : बिजली आपूर्ति में सबसे अहम भूमिका उपकेंद्र में लगे कंट्रोल पैनल की होती है। उसके द्वारा ही लाइन में फाल्ट होने पर आपूर्ति बंद होती है। कुछ बिजली घरों में उनके स्थापित होने के समय के ही कंट्रोल पैनल लगे हुए है। कई बार आपूर्ति के दौरान उपकरण पुराने होने के कारण फाल्ट आने से आपूर्ति बाधित हो जाती है। इस स्थिति में समाधान के लिए जिले में स्थित 51 उपकेंद्रों में 11 केवीए क्षमता के 251 तथा 33 केवीए क्षमता वाले 139 कंट्रोल पैनल स्थापित किए जाएंगे। इतना ही नहीं उपकेंद्रों में स्थापित बैट्री चार्जर व आइसोलेटर को भी बदलने का प्रस्ताव है, जिससे आपूर्ति में काफी हद तक सुधार होगा। विभाग की ओर से बताया गया कि मुख्यालय द्वारा पूरी कार्य योजना को तैयार कर केंद्र सरकार को भेजा जाएगा, जिससे जल्द से जल्द बजट आवंटित हो सके और उपकेंद्रों में मरम्मत का कार्य शुरू हो सके।

बिजली व्यवस्था सुधार के लिए विभाग की ओर से किए जा रहे प्रयासों में यह एक अहम कदम है। इसका प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय को भेजा गया है।

विजय कुमार, अधिशासी अभियंता सम्भल


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