ब्रज बनी बहजोई में एक हो गए 195 जोड़े
निदेशक डीआरडीए हरेंद्र ¨सह ने किया। इसके पहले ब्रज के कलाकारों के साथ ही चन्दौसी की स्कूली छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। राधा-कृष्ण के गीत श्री गोवर्धन महाराज, तेरे माथे मुकट बिराज रयो, श्याम तेरा नाम सुन चली आई राधा, सांवरी सूरत के तू बांके बिहारी आदि पर नृत्य प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं फूलों से होली खेलते हुए नव विवाहित जोड़ों के पर पुष्प वर्षा किया।
बहजोई :मानो ब्रज की संस्कृति सम्भल के जिला मुख्यालय बहजोई में ही आ गई हो। कुछ ऐसा ही नजारा बहजोई के बड़ा मैदान का दिखा। दोपहर में हुए सामूहिक विवाह समारोह में एक तरफ मुस्लिम रीति से निकाह हुए तो दूसरी ओर ¨हदू रीतिरिवाज से फेरे पड़े। बौद्ध अनुयायी भी अपने जोड़ों की शादी के साक्षी बने। इन सबके बीच मंच पर बिखर रही ब्रज की छटा ने सबको निहाल कर दिया। राधा कृष्ण संग गोपियों की प्रस्तुति ने मन मोहा तो बाल गोपाल का रूपधरकर मंच पर पहुंचे एक बच्चे संग गोपियों का नृत्य ने सबका मन मोह लिया। इसी बीच खेली गई ब्रज की होली ने माहौल को एक अलग सा रंग दे दिया। मंच से जो फूलों की होली खेली गई वह राजनीतिक हस्तियों, प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मंच से होते हुए शादी व निकाह के मंडप तक जा पहुंची। हर कोई इस फूल की होली का न केवल साक्षी बना बल्कि नव विवाहित जोड़ों के लिए यह पल यादगार बन गया।
कार्यक्रम के दौरान मौजूद राज्यमंत्री गुलाब देवी ने कहा कि भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार हर वर्ग के गरीबों के साथ है। उनकी बेटियों की शादी के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना संचालित है। गरीब व्यक्तियों की बेटियों की शादी का बीड़ा सरकार ने उठाया है। अब वह बेटी की शादी के लिए चिन्तित नहीं होंगे। सम्भल से भाजपा के सांसद सत्यपाल सैनी ने कहा कि सामूहिक विवाह सरकार का ऐतिहासिक कदम है। मुख्यमंत्री की सोच सराहनीय है। गरीबों के चेहरों पर खुशहाली आएगी। जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण ¨सह ने कहा कि यह कार्यक्रम ऐतिहासिक रहा और ऐसे आयोजन आने वाले समय में और बड़े स्तर पर कराए जाएंगे। मुख्य विकास अधिकारी शंभूनाथ तिवारी ने कहा कि यहां सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की झलक दिख रही है। एसपी यमुना प्रसाद ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा चलाई गयी सामूहिक विवाह योजना से गरीबों को बहुत लाभ होगा।
गुन्नौर से भाजपा के विधायक अजीत कुमार उर्फ राजू ने सभी नव दंपती को सामूहिक रूप से 51 हजार रुपये देने की घोषणा की। नगर पंचायत गंवा के चेयरमैन अखिलेश अग्रवाल ने दो लाख रुपये प्रति दूल्हा का बीमा भी कराने की बात कही। भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश ¨सघल ने कहा कि सरकार का कार्य सराहनीय है। पूर्व एमएलसी परमेश्वर लाल सैनी, महिला जिलाध्यक्ष पुष्प लता पाल, सीएमओ डॉ. अमिता ¨सह, नगर पंचायत अध्यक्ष रमेश चंद्र बादशाह, दर्जा राज्य मंत्री गोपाल अंजान, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष अवधेश यादव, राजेश शंकर राजू के साथ ही अन्य अतिथयों का डीडीओ अर¨वद कुमार, एआर कोआरपरेटिव योगेंद्र पाल, समाज कल्याण अधिकारी राजेश शर्मा, अपर मुख्य अधिकारी अरूण भारती ने बैच लगाकर व पुष्प भेंटकर सम्मानित किया। संचालन परियोजना निदेशक डीआरडीए हरेंद्र ¨सह ने किया।
इसके पहले ब्रज के कलाकारों के साथ ही चन्दौसी की स्कूली छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। राधा-कृष्ण के गीत श्री गोवर्धन महाराज, तेरे माथे मुकट बिराज रयो, श्याम तेरा नाम सुन चली आई राधा, सांवरी सूरत के तू बांके बिहारी आदि पर नृत्य प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं फूलों से होली खेलते हुए नव विवाहित जोड़ों के पर पुष्प वर्षा किया।
इनसेट-
- 178 ¨हदू जोड़ों का विवाह 69 पंडित व एक मुख्य पुरोहित ने जबकि 12 मुस्लिम जोड़ों का निकाह तीन मौलवी व एक काजी ने पढ़ा। बौद्ध धर्म के चार तथा सिख का एक विवाह हुआ।
- विवाह समारोह समय से शुरू हुआ लेकिन फेरे के इंतजार में दो घंटे लग गए। सांस्कृतिक कार्यक्रम व अतिथियों के इंतजार में वर वधू को दो घंटे से ज्यादा इंतजार करना पड़ा।
- क्षेत्रों से आए वर-वधू विवाह के बाद कोई कार से गया, कोई ट्रैक्टर-ट्राली से, कुछ ट्रैक्टर में जुड़े डनलप में दुल्हन ले गए तो तमाम ने ई रिक्शा की सवारी की। वधू भी अपने उपहार लेकर बैठी।
- जिला पंचायत विभाग द्वारा 40, विकास खण्ड असमोली से 29, बनियाखेड़ा से 25, सम्भल से 30, पंवासा से 23, बहजोई से 8 जुनावई से 5, रजपुरा से 9 गुन्नौर से 9, बहजोई नगरपालिका परिषद से 1, चंदौसी नगर पालिका परिषद से 2 सम्भल पालिका परिषद से 7, नगर पंचायत बबराला से 1, नरौली से 1, गुन्नौर से 4, सिरसी से 1 जोड़े वैवाहिक बंधन में बंधे।
- सुरक्षा के लिए सीओ चन्दौसी केके सरोज, सीओ सम्भल सुदेश कुमार के अलावा, थाना बहजोई, धनारी, हयातनगर के प्रभारी निरीक्षक पुलिस बल के साथ मुस्तैदी से तैनात रहे। यातायात पुलिस कर्मी भी तैनात रहे।
- स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी भी तैनात किए गए थे। मुख्य द्वार पर दो एम्बुलेंस भी तैनात थी। जो किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र पर ले जा सके।
- गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाले जरूरतमन्द, निराश्रित/निर्धन परिवारों की विवाह योग्य कन्या के विवाह के लिए शादी अनुदान योजना के तहत विवाह सम्पन्न कराया गया।
- आच्छादित लोगों को उनकी सामाजिक/धार्मिक मान्यता एवं परम्परा/रीति-रिवाज के अनुसार विवाह करने की व्यवस्था कराकर समाज में सर्वधर्म-समभाव एवं सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वैवाहिक कार्यक्रम सम्पन्न कराये गये।
- खुशहाली एवं गृहस्थी की स्थापना के लिए सहायता राशि 35 हजार रुपये कन्या के खाते में दिया गया। विवाह संस्कार के लिए आवश्यक सामग्री चंदी की बिछिया, पायल व कपड़े तथा बर्तन की व्यवस्था की गयी।
- वधू को विवाह के प्रति जोड़ा को बिछिया, अंगूठी, चांदी की पायल, दो साडी सेट, कुकर, डिनर सेट, मेकअॅप बाक्स, क्रीम, कुर्ता, गमछा, पगड़ी, पैजामा आदि उपहार के तौर पर दिया गया है।
- वाष्र्णेय महिला वेलफेयर समिति की डौली, मीनू, सुमन, इंद्रा, सुरभी, नंदनी, नीलम, कमल, रंजना, जया, निशा, नेहा, ज्योति, दिव्या, नूतन, मीतू ने सिलाई मशीन, आलमारी व कपड़े भी दिए।