भतीजी ने प्रेमी से कराई थी भाजपा नेता यशपाल की हत्या
यशपाल के छोटे भाई व मौजूदा ग्राम प्रधान शिव कुमार की बेटी तथा उसके प्रेमी व एक अन्य को गिरफ्तार किया तो सारा मामला साफ हो गया। युवती ने ही अपने प्रेमी से ताऊ की हत्या करवाई थी। उधर जेल भेजे गए सभी सात आरोपितों को जेल भेजने के पीछे भी पुलिस का असल गुनहगारों तक पहुंचने का एक तरीका था जिसमे सफलता मिली। जेल गए सभी ग्रामीणों को सीआरपीसी की धारा 169 के तहत रिपोर्ट देकर बाहर निकलवाया जाएगा।
सहारनपुर जेएनएन। देवबंद में भाजपा नेता चौधरी यशपाल सिंह की हत्या उन्हीं की भतीजी ने अपने प्रेमी से कराई थी। भाजपा नेता दोनों की शादी नहीं होने दे रहे थे। प्रेमी युगल को नेता से अपनी हत्या का डर भी सता रहा था। पुलिस ने प्रेमी युगल सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले पुलिस ने इस हत्याकांड में नामजद छह आरोपितों को जेल भेजा था।
एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बुधवार को प्रेसवार्ता में हत्याकांड का राजफाश करते हुए बताया कि आठ अक्टूबर को भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष चौधरी यशपाल सिंह की गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में परिजनों ने चुनावी रंजिश बताते हुए गांव के अर्जुन, विक्रम, बिजेंद्र, नीटू, दीपक तथा विनोद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस पहले दिन से हत्या के पीछे कुछ और वजह मान रही थी, लेकिन साक्ष्य नहीं मिल रहे थे। एसएसपी ने बताया कि कोई कामयाबी नहीं मिलने पर दीपावली से पूर्व एक योजना के तहत नामजद सभी छह आरोपितों को जेल भेज दिया गया। इनके जेल जाते ही असल हत्यारोपित बेफिक्र हो गए। इधर, पहले ही दिन से शक के दायरे में चल रही चौधरी यशपाल के छोटे भाई मिरगपुर के प्रधान शिवकुमार की बेटी शिवानी पर नजर रखी जा रही थी। सर्विलांस की मदद से साक्ष्य मिलने के बाद बुधवार सुबह शिवानी को गिरफ्तार कर लिया गया। शिवानी ने अपने प्रेमी अंकुर पुत्र रविद्र चौधरी निवासी मिरगपुर तथा उसके साथी मनीष राठौर पुत्र सुरेश सैनी निवासी सैदपुरा थाना सरसावा को भी पकड़वा दिया।
एसएसपी ने बताया कि अंकुर की निशानदेही पर 12 बोर की डबल बैरल बंदूक व तमंचा-कारतूस तथा हत्या में इस्तेमाल हुई स्कूटी बरामद की गई। प्रारंभिक पूछताछ में शिवानी व अंकुर ने बताया कि शादी में बाधक बनने पर यशपाल को रास्ते से हटा दिया। एसएसपी ने इंस्पेक्टर देवबंद यज्ञदत्त शर्मा, सर्विलांस टीम व स्वाट टीम को बधाई देते हुए 25 हजार का पुरस्कार देने की घोषणा के साथ ही डीआइजी से 50 हजार रुपये के पुरस्कार की संस्तुति की है।