हौसले और घरेलू नुस्खों से महिला ने कोरोना को दी मात
कोरोना को हराना बेहद आसान है। इंसान को केवल हौसला रखना चाहिए। जिले के ऐसे सैकड़ों लोग हैं जिन्होंने कोरोना को घर पर रहकर मात दी है।
सहारनपुर, जेएनएन। कोरोना को हराना बेहद आसान है। इंसान को केवल हौसला रखना चाहिए। जिले के ऐसे सैकड़ों लोग हैं, जिन्होंने कोरोना को घर पर रहकर मात दी है। नकुड़ के मोहल्ला सादलगंज निवासी एक महिला ने भी घर में रहकर कोरोना को मात दी है। महिला का कहना है कि उसने हौसला नहीं तोड़ा। जब भी वह घबराती थी तो उनके पति उनका हौसला बंधाते थे।
सादलगंज निवासी अजय मित्तल ने बताया कि उन्हें और उनकी पत्नी सरिता मित्तल को कई दिन पहले शरीर में हड़कल हुई, जिसके बाद दोनों ने अपना कोरोना टेस्ट कराया। अजय मित्तल का कोरोना टेस्ट निगेटिव आ गया, लेकिन उनकी पत्नी सरिता मित्तल की रिपोर्ट पाजिटिव आ गई, जिसके बाद डाक्टरों ने सलाह दी कि वह अस्पताल में अपना उपचार कराएं, लेकिन महिला ने इन्कार कर दिया। महिला ने घर पर रहकर ही उपचार लिया। सरिता मित्तल ने बताया कि कवारंटीन पीरियड के दौरान उन्होंने लोंग, दालचीनी, काली मिर्च, गिलोय व हल्दीका काढ़ा बनाकर प्रतिदिन सुबह-शाम पिया। इसके साथ ही फिटकरी के पानी से गरारे किये। फिटकरी युक्त पानी पिया। इस दौरान खाने में उन्होंने अधिकतर हरी सब्जी, कच्ची सलाद व मूंग की दाल का सेवन किया। सरिता ने अपना मनोबल बढ़ाने के लिए सकारात्मक किताबें पढ़ी। धार्मिक पुस्तकें पढ़ी। सरिता का कहना है कि कोरोना में हौसला नहीं तोड़ना चाहिए।
सरकार स्कूलों की फीस माफ कर दिलाए राहत
सहारनपुर : कोरोना संकट ने कारोबार और नौकरियों पर बुरा प्रभाव डाला है। रोजगार का संकट बढ़ने से अभिभावकों के समक्ष बड़ी परेशानी खड़ी हो गई है। गत वर्ष भी स्कूलों को पूरी फीस जमा करानी पड़ी थी। इस बार फिर से स्कूल फीस जमा कराने के लिए दबाव बढ़ाने लगे हैं। अभिभावक भारी परेशानी में है सरकार को उनकी समस्या के समाधान के लिए प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही करनी चाहिए।
इन्होंने कहा
कोरेाना संकट में सरकार को स्कूलों की फीस माफ करने के लिए कदम उठाने चाहिए। कामकाज पहले ही बंद हो गए हैं। घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है ऐसे में स्कूलों द्वारा फीस की मांग की जा रही है। सरकार को फीस माफ करानी चाहिए।
अतुल शर्मा, अभिभावक।
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कोरोना महामारी के कारण घर चलाना मुश्किल हो रहा है। दुकान बंद होने से कामकाज पूरी तरह बंद है। जैसे-तैसे स्कूल में एडमिशन तो करा सके। लाकडाउन लगने पर अब फीस चुकाना मुश्किल हो गया है। मुख्यमंत्री को फीस माफ करने के आदेश करने चाहिए।
-रीना प्रजापति, अभिभावक।