दीवार गिरने से दो बच्चों की दबकर मौत
खजूरी अकबरपुर में गारे से बनी ईंटों की दीवार गिरने से वहां खेल रही चार वर्षीय परी व दो वर्षीय वैष्णवी की दबने से मौत हो गई।।
सहारनपुर जेएनएन। खजूरी अकबरपुर में गारे से बनी ईंटों की दीवार गिरने से वहां खेल रही चार वर्षीय परी व दो वर्षीय वैष्णवी की दबने से मौत हो गई।
ग्राम खजूरी अकबरपुर निवासी जोगेंद्र की बेटी परी व वैष्णवी पड़ोस में फोनी के मकान के पास शाम के समय खेल रही थीं। इसी बीच कच्ची दीवार दोनों बच्चियों के ऊपर जा गिरी। दीवार गिरने की आवाज सुनकर घर वालों और पड़ोसियों ने ईंटों को हटाकर दीवार के नीचे दबी परी व वैष्णवी को बाहर निकाला। परिजन दोनों बच्चियों को डाक्टर के यहां ले गए, जहां पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। अचानक हुए हादसे से परिवार मे कोहराम मच गया। जोगेंद्र मजदूरी करके अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहा है।
गरीबी के दर्द पर दो बेटियों को खोने के नए जख्म
सहारनपुर। मजदूरी कर आठ सदस्यों वाले परिवार का भरण-पोषण कर रहे खजूरी अकबरपुर गाव के जोगेंद्र की जिंदगी में मुसीबतें पहले ही कम नहीं थीं। मजदूरी से मिलने वाली रकम इतनी नहीं होती कि 8 लोगों का पेट भर पाए, लेकिन फिर भी अपने मासूम बच्चों की खिलखिलाहट देखकर वह अपनी गरीबी को भूल जाता। उसकी बेटिया उसे जान से प्यारी हैं। कोरोना में जब सब कुछ बंद हो गया, मजदूरी भी बंद हो गई तब भी किसी तरह जुगाड़ कर जोगेंद्र परिवार पालता रहा। गुरुवार का दिन उसके लिए काला साबित हुआ। गरीबी के दर्द पर और भी नए जख्म तब मिले, जब गारे से बनी ईंटों की दीवार गिरने से उसकी चार वर्षीय बेटी परी व दो वर्षीय वैष्णवी की दबने से मौत हो गई। यह मकान उसके मोहल्ले के ही फोनी का था। उस मकान की कच्ची दीवार बच्चियों के ऊपर गिरी और मासूम बेटियों ने दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद पूरा गाव शोकाकुल है। जोगेंद्र और उसके परिवार का रोकर बुरा हाल हो रहा है। अपनी दो बेटियों को खोने का दर्द मजदूर परिवार के लिए असह्य हो रहा है।