रेलवे फाटक बंद करने पहुंचे रेल अधिकारियों का ग्रामीणों ने किया विरोध
सरसावा व चिलकाना कस्बा समेत करीब बीस गांव को जोड़ने वाले इब्राहिमी गांव के रेलवे फाटक को बंद कराने के लिए रेलवे अधिकारी पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनका विरोध शुरू कर दिया।
सहारनपुर, जेएनएन। सरसावा व चिलकाना कस्बा समेत करीब बीस गांव को जोड़ने वाले इब्राहिमी गांव के रेलवे फाटक को बंद कराने के लिए रेलवे अधिकारी पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनका विरोध शुरू कर दिया। बातचीत में तय हुआ कि सुआखेड़ी अंडरपास में भरे पानी को बाहर निकालने के बाद इसे चालू कराया जाएगा, तभी यहां पर काम शुरू होगा।
शुक्रवार को इब्राहिमी रेलवे फाटक पर रेलवे अधिकारियों के आने की सूचना पर छापुर, बिन्नाखेड़ी, सुआखेड़ी इब्राहिमी आदि के ग्रामीण एकत्र हो गए। जीआरपी, आरपीएफ व स्थानीय पुलिस बल के साथ रेलवे फाटक का आवागमन बंद कराने के लिए रेलवे अधिकारी आदित्य सिंह पहुंचे। स्थानीय लोगों ने रेलवे फाटक के आवागमन बंद किए जाने का विरोध किया। सविता चौधरी, रविन्दर कुमार, उमेश शर्मा, राजेंद्र कुमार, प्रदीप शर्मा आदि ने रेलवे अधिकारी के सामने अपनी समस्याओं को रखकर बताया कि करीब बीस गांव को जोड़ने वाले रेलवे फाटक के आवागमन बंद होने से लोगों को भारी परेशानी होगी। कहा, जब तक ओवरब्रिज का निर्माण नहीं होता। तब तक फाटक से आवागमन बंद नहीं होने दिया जाएगा।
इसके बाद रेलवे अधिकारी समीपवर्ती सुआखेड़ी रेलवे अंडरपास को भी देखने गए, जो पानी से लबालब था। बाद में तय किया गया कि सुआखेड़ी के अंडरपास में भरे पानी को निकालने के बाद यहां से आवागमन चालू कराया जाएगा,तब इब्राहिमी रेलवे फाटक पर काम प्रारंभ होगा। इस मौके पर चौधरी भूप सिंह, भाकियू नेता स. हरि सिंह, सुरेश सैनी, शीलू, सलेलता, अनिल, सलमान, आदि मौजूद रहे।