अधूरा अंडरपास बना परेशानी का सबब
तल्हेड़ी बुजुर्ग (सहारनपुर): रेलवे विभाग और दो किसानों की हठधर्मी के चलते बसेडा-पहाड़प
तल्हेड़ी बुजुर्ग (सहारनपुर): रेलवे विभाग और दो किसानों की हठधर्मी के चलते बसेडा-पहाड़पुर गेट में अधर में लटका निर्माणाधीन अंडरपास लोगों की जान खतरे में डाल रहा है। क्ष़ेत्रवासी समस्या से निजात के लिए करीब एक वर्ष से उच्चाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन समस्या का निदान नहीं हो पाया।
पहाड़पुर बसेड़ा के निकट रेलवे गेट को तोड़कर पिछले वर्ष फरवरी में अंडरपास बनना शुरू हुआ था, लेकिन इसके पास के खेतों के दो किसानों से रेलवे विभाग का मुआवजे को लेकर झगड़ा चल रहा है। पहले बारिश के मौसम की बात कहकर निर्माण कार्य को लटकाया गया और अब जब भी ठेकेदार के आदमी काम शुरू करते है तो रात में वें दो किसान खेतों का पानी अर्द्ध निर्मित अंडरपास में तोड़ देते हैं। ऐसा कई बार हो चुका है।
बसेड़ा के एक दर्जन से भी ज्यादा किसानों के खेत लाइन के दूसरी ओर हैं और करीब दो दर्जन से भी ज्यादा गांव के लोगों की आवाजाही भी इसी मार्ग से हैं। ग्रामीण अधर में लटके अंडरपास निर्माण की वजह से करीब एक साल से इस परेशानी से दो चार हैं। कई बार लोग जान जोखिम में डालकर रेलवे पटरी से गुजरते हैं।
बुधवार की सुबह उत्कल एक्सप्रेस गलत तरीके से रेलवे क्रास कर रही झोटा बोगी से टकराने से बाल-बाल बच गई थी।
गाड़ी के चालक की सूझबूझ से हादसा टल गया था। इस हादसे से मचे हड़कंप से वीरवार को विभाग के अधिकारियों ने रेलवे लाइन के दोनों ओर खाई खुदवाकर बड़े वाहनों को तो रोक दिया, लेकिन टू व्हीलर पहले की तरह ही लाइन पार कर रहे हैं। पूर्व प्रधान इश्कलाल, अशोक कुमार शर्मा, विजयपाल, हाजी मुर्तजा आदि ग्रामीणों का कहना है कि राहगीरों को गलत तरीके से लाइन पार नहीं करनी चाहिए, लेकिन विभाग को उक्त किसानों से बात कर अति शीघ्र इस निर्माण कार्य को निपटना चाहिए ताकि लोगों को इस समस्या से निजात मिल सके।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि इस बारे में जन प्रतिनिधियों का उदासीन रवैया रहा तो उनका बहिष्कार किया जाएगा।
इनका है कहना..
मामला उनके संज्ञान में नही है और इसकी गंभीरता को देखते हुए वह इस बारे में जिलाधिकारी से बात करेंगे।
- राघव लखन पाल शर्मा, सांसद सहारनपुर।