चेकिग के दौरान दो बाइक चोर पकड़े
शाहजहांपुर तिराहे के समीप चेकिग के दौरान पुलिस ने दो बाइक चोरों को पकड़ा। इनके कब्जे से फर्जी नंबर प्लेट लगी दो बाइक बरामद की। पुलिस ने पकड़े गए दोनों चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर चालान कर दिया।
सहारनपुर, जेएनएन। शाहजहांपुर तिराहे के समीप चेकिग के दौरान पुलिस ने दो बाइक चोरों को पकड़ा। इनके कब्जे से फर्जी नंबर प्लेट लगी दो बाइक बरामद की। पुलिस ने पकड़े गए दोनों चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर चालान कर दिया।
थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि पुलिस की ओर से चलाए गए चेकिग अभियान में पुलिस टीम शाहजहांपुर तिराहे के समीप चेकिग कर रही थी तभी उन्हें मुखबिर से बाइक चोर की सूचना मिली तब उन्होंने दो संदिग्ध बाइक सवार को पकड़ पूछताछ की तो दोनो बाइक चोर निकले। जोकि हरियाणा जिला यमुना नगर सदर थाना के गांव डामला के खुर्शीद उर्फ साहिल तथा कंटू उर्फ माम चंद निवासी है। इनके कब्जे से फर्जी नंबर प्लेट की दो बाइक बरामद हुई। दोनों के खिलाफ यमुनानगर व सरसावा थाना में पहले से ही मुकदमे दर्ज हैं।
किसानों को 13वें दिन भी धरना जारी
सरसावा: 13वें दिन भी नेशनल हाईवे टोल प्लाजा पर भाकियू का कृषि कानून के खिलाफ धरना प्रदर्शन जारी रहा। सुरेश सैनी जिला उपाध्यक्ष, सरदार भोला सिंह ब्लाक अध्यक्ष सरसावा, सरदार सुरेंद्र सिंह लाडी ब्लाक उपाध्यक्ष सरसावा, मीडिया प्रभारी हरि सिंह, देवेंद्र चौधरी तहसील उपाध्यक्ष, अरुण राणा, चौधरी राजवीर सिंह, चौधरी जिले सिंह, महिपाल सिंह, नदीम इब्राहिमी, मुस्तकीम, जगतार सिंह, बलदेव सिंह विधायकी, प्रीतम सिंह देदनोर, नवतेज सिंह डबरी, जगदीप सिंह, जहांगीर मौजूद रहे।
मंदिर बनाने से रोका व जान से मारने की धमकी दी
संवाद सूत्र, जंधेड़ी: क्षेत्र के गांव ठसका निवासी दर्जनों ग्रामीणों ने एसएसपी कार्यालय में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि वह गांव में महर्षि वाल्मीकि के मंदिर का निर्माण करने के लिए नींव की खुदाई कर रहे थे। तभी गांव के ही कुछ लोगों ने उनके उपर जानलेवा हमला कर मंदिर की जमीन पर कब्जा करने की धमकी दी। पीड़िता ने पुलिस से कार्रवाई की मांग की है।
ठसका गांव निवासी चन्द्रपाल पुत्र जहाना, नेकीराम पुत्र मामचंद, बबलू पुत्र नानूराम, कुलदीप, अमित आदि ने बताया कि गांव में मंदिर निर्माण की जगह को लेकर विवाद में वर्ष 2002 में समझौता हुआ था। इसमें बाल्मीकि पक्ष को मंदिर की जगह तथ बराबर में बना बरातघर दिया गया था। अब बाल्मीकि पक्ष मंदिर निर्माण के लिये समझौते में मिली जगह पर नींव की खुदाई करने पहुंचा तो दूसरे दलित पक्ष के करीब दो दर्जन लोग वहां लाठी डंडे तथ धारदार हथियार लेकर पहुंचे तथा नींव खुदाई के कार्य को रोकते हुए जानलेवा हमला कर दिया। आरोपित मंदिर की जमीन पर कब्जा करने, गांव से निकालने की धमकी देने के साथ ही जातिसूचक शब्द कहकर गए हैं। पीड़ित वाल्मीकि पक्ष उक्त मामले के बाद से गहरी दहशत में है।