सोशल मीडिया पर वायरल हुआ टायलेट, बखेड़ा
रोडवेज बस स्टैंड पर बने टायलेट के सोशल मीडिया पर वायरल होने पर सोमवार को बखेड़ा खड़ा हो गया। हिदू संगठनों का कहना था कि यह टायलेट धर्मस्थल की दीवार सटाकर बनाया गया है। विरोध जताते हुए टायलेट तुड़वाने की मांग को लेकर संगठन कार्यकर्ता रोडवेज आरएम से मिले। वहीं वायरल वीडियो को देखकर लोग विभाग की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल उठाए रहे हैं। उधर नगर निगम का कहना है कि मामले से निगम का कोई सरोकार नहीं है।
सहारनपुर जेएनएन। रोडवेज बस स्टैंड पर बने टायलेट के सोशल मीडिया पर वायरल होने पर सोमवार को बखेड़ा खड़ा हो गया। हिदू संगठनों का कहना था कि यह टायलेट धर्मस्थल की दीवार सटाकर बनाया गया है। विरोध जताते हुए टायलेट तुड़वाने की मांग को लेकर संगठन कार्यकर्ता रोडवेज आरएम से मिले। वहीं वायरल वीडियो को देखकर लोग विभाग की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल उठाए रहे हैं। उधर नगर निगम का कहना है कि मामले से निगम का कोई सरोकार नहीं है।
सोमवार को हिदू संगठनों के लोग पार्षद विजय कालड़ा व राजेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में रोडवेज बस स्टैंड पर पहुंचे और उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे टायलेट को मौके पर देखा। कार्यकर्ताओं ने पाया कि धर्मस्थल की पिछली दीवार से सटाकर टायलेट बना है और उसी के बगल में एक अन्य टायलेट भी है। कार्यकर्ताओं ने टायलेट को लेकर कड़ा विरोध जताया उनका कहना था यह सीधे-सीधे लोगों की धार्मिक आस्था पर प्रहार है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विभाग को हर कीमत पर यह टायलेट तुड़वाना होगा। यदि इसकी अनदेखी की गई तो वह आंदोलन को बाध्य होंगे। बाद में कार्यकर्ता रोडवेज आरएम नीरज सक्सेना से मिले और उनसे कड़ा विरोध जताया। कार्यकर्ताओं ने टायलेट को जल्द से जल्द हटवाए जाने की मांग की। मांग करने वालों में विकास चौधरी, राहुल झांब, संदीप धीमान, दिनेश हिदू, आदेश सोनी, अतुल करणवंशी, अजय प्रजापति, रोहित सैनी, अंकित सैनी, सुशील सैनी, मनीष राजपूत, सुशील कुमार, अमित गुप्ता, गगन नागपाल आदि शामिल थे।
उधर, रोडवेज के आरएम नीरज सक्सेना का कहना है कि यह टायलेट काफी पुराना बना हुआ है। अभी यह मामला क्यों उठाया गया, यह समझ से परे है। मामले में जानकारी करने के बाद ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह का कहना था कि नगर निगम से मामले का कोई सरोकार नहीं है।