बाबा रामदेव के साथ मिलकर गौशालाएं आत्मनिर्भर बनाएंगे
योग गुरु बाबा रामदेव के साथ मिलकर सहारनपुर की गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने का काम होगा। अगले माह पतंजलि योगपीठ से बाबा के साथ एक विशेषज्ञ टीम गोशालाओं का भ्रमण करेगी।
सहारनपुर, जेएनएन। योग गुरु बाबा रामदेव के साथ मिलकर सहारनपुर की गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने का काम होगा। अगले माह पतंजलि योगपीठ से बाबा के साथ एक विशेषज्ञ टीम गोशालाओं का भ्रमण करेगी। टीम गोवंश के गोबर व मूत्र से उपयोगी पदार्थों के निर्माण सहित अन्य तकनीकी जानकारी नगर निगम के साथ साझा करेगी।
शुक्रवार को योग गुरु बाबा रामदेव, जैन कालेज रोड स्थित अपने एक अनुयायी के यहां विवाह समारोह में पहुंचे थे। नगर आयुक्त ने ज्ञानेंद्र सिंह ने बाबा से मुलाकात कर नगर निगम द्वारा संचालित कान्हा उपवन गोशाला को आत्मनिर्भर बनाने के संबंध में मार्गदर्शन लिया। बाबा रामदेव ने कहा कि गाय के दूध के अतिरिक्त गोमूत्र और गोबर भी मानव जीवन के लिए बहुत उपयोगी है। गोमूत्र के माध्यम से जहां अनेक असाध्य रोगों का इलाज किया जा सकता है वहीं गोबर से निर्मित उत्पादों के माध्यम से गोशालाएं अतिरिक्त आय अर्जित कर आत्मनिर्भर बन सकती हैं।
नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने बाबा रामदेव से नगर निगम द्वारा संचालित कान्हा उपवन गोशाला का भ्रमण करने का अनुरोध किया। उन्होंने नगर आयुक्त से वायदा किया कि वे अगले माह में सहारनपुर आयेंगे और गायों की नस्ल सुधार व गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सभी गोशालाओं के गोसेवकों से विचार विमर्श करेंगे। बाबा ने कहा कि गाय से व्यक्ति का जन्म से मृत्यु तक का रिश्ता है। उन्होंने बताया कि गाय की पीठ पर हाथ फिराने और उसकी पीठ पर कुछ देर हाथ रखने मात्र से ही व्यक्ति के अनेक रोग दूर हो जाते हैं।
नगर आयुक्त ने बाबा रामदेव को बताया कि नगर निगम द्वारा संचालित गौशाला में गाय के गोबर से लकड़ियां, गमले, दिये, नेम-प्लेट, अगरबत्ती, धूप बत्ती आदि उत्पाद बनाने शुरू कर दिए हैं। जल्दी ही गोमूत्र से रोगों के उपचार के लिए गोमूत्र का शोधन कर उसे प्रयोग में लाया जाएगा। बाबा रामदेव ने दिसंबर माह में भ्रमण के दौरान और अधिक जानकारियां तथा वैज्ञानिक पद्धति से गोबर व गोमूत्र के उपयोग की जानकारी देने की बात कही। नगरायुक्त ने स्वच्छ भारत अभियान में सहारनपुर को नंबर वन पर लाने के लिए भी बाबा से आशीर्वाद लिया।